Mustard oil called Kachi Ghani: हर कुक सोचता है, क्या मुझे अपने किचन में कच्ची घानी या साधारण रिफाइंड सरसों का तेल इस्तेमाल करना चाहिए? यह चॉइस सिर्फ़ आपके तड़के का स्वाद ही नहीं बदलती. यह आपकी हेल्थ, कुकिंग स्टाइल, बजट और छोटे बिज़नेस की संभावना पर भी असर डालती है. कच्ची घानी सरसों का तेल बीजों को 45°C से कम तापमान पर कोल्ड-प्रेस करके बनाया जाता है, इसलिए इसमें ओमेगा-3, एंटीऑक्सीडेंट और दिल के लिए अच्छे मोनोअनसैचुरेटेड फैट बने रहते हैं. इसकी तेज, मिर्च जैसी खुशबू तड़के, अचार और सलाद के लिए एकदम सही है, और यह खराब LDL कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. दूसरी ओर, रिफाइंड सरसों का तेल तेज गर्मी और सॉल्वैंट्स से निकाला जाता है. यह डीप-फ्राइंग के लिए एक न्यूट्रल स्वाद और ज़्यादा स्मोक पॉइंट देता है, लेकिन इसका ज़्यादातर न्यूट्रिशन खत्म हो जाता है.
कच्ची घानी, रिफाइंड और ब्लेंडेड सरसों के तेल में अंतर
कच्ची घानी (Kachi Ghani)
- पारंपरिक लकड़ी के कोल्हू (घानी) से ठंडा दबाव
- 100 प्रतिशत प्राकृतिक, कोई केमिकल नहीं
- गहरा पीला/भूरा, तीखा स्वाद, तेज सरसों की खुशबू
- ओमेगा-3, विटामिन–E, एंटीऑक्सीडेंट भरपूर रहते हैं
रिफाइंड तेल (Refined)
- रासायनिक सॉल्वेंट + हाई हीट + रिफाइनिंग प्रोसेस
- केमिकल और हाई टेम्परेचर से गुण खत्म हो जाते हैं.
- हल्का पीला, बिल्कुल हल्का/बेस्वाद, खुशबू नही
- ज्यादातर पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं
ब्लेंडेड तेल (Blended)
- दो या अधिक रिफाइंड तेलों को मिलाकर बनाया जाता है.
- आधा-अधूरा प्राकृतिक, ज्यादातर रिफाइंड मिश्रण
- हल्का रंग, माइल्ड स्वाद, खुशबू बहुत कम
- पोषक तत्व बहुत कम या न के बराबर
कौन-सा है आपके लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद?
कच्ची घानी, रिफाइंड और ब्लेंडेड में से केवल कच्ची घानी ही 100 प्रतिशत प्राकृतिक होता है. यह कच्ची घानी सरसों के तेल को पुराने लकड़ी के कोल्हू से दबाकर निकाला जाता है. किसी तरह की कोई रसायन, कोई गर्मी और कोई रिफाइनिंग नहीं की जाती है. जिसके कारण तेल का असली स्वाद, खुशबू और पोषक तत्व बचे रहते हैं. वहीं रिफाइंड तेल ज्यादा गर्मी से बनाया जाता है. जिसके कारण उसका प्राकृतिक गुण खत्म हो जाता है. ब्लेंडेड तेल में सरसों का तेल अन्य सस्ते तेल में मिलाया जाता है. इसी कारण यह शुद्ध और प्राकृतिक नहीं रहता है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कौन-सा तेल है सबसे ज्यादा फायदेमंद
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कच्ची घानी सरसों का तेल फायदेमंद माना जाता है. इसमें प्राकृतिक MUFA और PUFA (स्वस्थ फैट) सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है. ओमेगा-3 और एंटीऑक्सीडेंट्स इसमें भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. यह सूजन को भी कम करने में मदद करता है. इम्यूनिटी और त्वचा के लिए भी सरसों का तेल बेहतर माना जाता है. डॉ. शिखा शर्मा (आयुर्वेदिक न्यूट्रिशनिस्ट), डॉ. दीक्षा भावसार, डॉ. रंजन सिंह (AIIMS कार्डियोलॉजिस्ट), आयुष मंत्रालय और FSSAI भी कहते हैं: कच्ची घानी सरसों का तेल स्वास्थ्य के लिए बाकी अन्य तेल से काफी ज्यादा बेहतर है.
कच्ची घानी सरसों के तेल के नुकसान (Disadvantages of Kachi Ghani Mustard Oil)
- सरसों के तेल का तीखा स्वाद हर किसी को पसंद नहीं आता है.
- सरसों के तेल में तेज गंद आती है.
- सरसों का तेल रिफाइंड तेल की तुलना में जल्दी खत्म हो जाता है.
- शुद्ध कच्ची घानी 200–350 रुपये प्रति लीटर मिलता है.
- सरसों में 40–50% एरूसिक एसिड होता था, यह दिल के लिए हानिकारक माना जाता है.