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Paush Month 2025: कल से शुरू हो रहा पौष माह, इन 5 गलतियों से बचें वरना बढ़ सकती हैं परेशानियां

Paush Month 2025: पौष का महीना 5 दिसंबर, 2025 से शुरू हो रहा है और 3 जनवरी, 2026 को पूर्णिमा तक रहेगा. हिंदू धर्म में पौष महीने को धार्मिक और आध्यात्मिक दोनों तरह से बहुत जरूरी माना जाता है.

Written By: Shivashakti narayan singh
Last Updated: December 4, 2025 19:26:55 IST

Paush Month 2025: यह सूर्य देव की कृपा पाने का बहुत अच्छा समय है.इस समय किया गया ध्यान, मंत्रोच्चार और जाप आम दिनों की तुलना में कई गुना ज्यादा नतीजे देती हैं. इस महीने में सेहत, एनर्जी और मानसिक स्थिरता बढ़ाने वाले उपाय सबसे अच्छे नतीजे देते हैं. इस दौरान धन, करियर और खुशी से जुड़े कामों से पॉजिटिव नतीजे मिलते हैं. इसे परिवार में शांति और तालमेल बढ़ाने का समय माना जाता है. कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें इस दौरान करने से बचना चाहिए. आइए उनके बारे में जानें.

यह समय आध्यात्मिक प्रवचन, पूजा-पाठ, दान-पुण्य और अच्छे कामों के लिए बहुत अच्छा मौका माना जाता है. माना जाता है कि इस महीने में नियमों का पालन करने और बुरे बर्ताव से बचने से शांति, खुशी और अच्छी किस्मत मिलती है. यह समय मन और घर के माहौल को शांत करने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. परिवार में प्यार बढ़ता है और मन में पॉजिटिव एनर्जी आती है.

शादी और मुंडन जैसे धार्मिक समारोह

पौष महीने में शादी, मुंडन, गृह प्रवेश या कोई भी धार्मिक समारोह करना अशुभ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस महीने में होने वाले इन समारोहों के बुरे असर हो सकते हैं और जानलेवा परेशानियां हो सकती हैं.

नया बिजनेस या बड़ा काम शुरू करना

नया बिजनेस, इन्वेस्टमेंट या कोई बड़ा प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए यह अच्छा समय नहीं माना जाता है. ऐसे कामों से पैसे का नुकसान या मुश्किलें हो सकती हैं. 

तेल मालिश

 धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पौष महीने में तेल मालिश से बचना चाहिए. ऐसा करने से सेहत और एनर्जी पर बुरा असर पड़ सकता है.

गुस्सा

पौष महीने में संयम रखना और नरम व्यवहार अपनाना बहुत जरूरी है. गुस्सा या तीखी बातें रिश्तों में तनाव बढ़ा सकती हैं और जिंदगी में नेगेटिव एनर्जी ला सकती हैं.

तिल का दान करें

पौष महीने में तिल का दान करना, सूर्य देव की पूजा करना और देवी-देवताओं को नया अनाज चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि तिल का दान पवित्रता, सेहत और पॉजिटिव एनर्जी का प्रतीक है, सूर्य की पूजा करने से जीवन में रोशनी, ताकत और मन की शांति आती है और नया अनाज चढ़ाने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है, जिससे परिवार में खुशहाली, सुख, शांति और अच्छी किस्मत बढ़ती है.

Disclaimer : प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. INDIA News इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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