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Chanakya Niti: सफलता से कोसों दूर रहते हैं ऐसे लोग, आचार्य चाणक्य बताते हैं बदलने का मूल मंत्र

Chanakya Niti: जीवन की समझ , ज्ञान और लीडरशिप के गुरु माने जाने वाले आचार्य चाणक्य कहते हैं कि सफलता पाने से पहले अपनी कमजोरियों को समझना जरूरी है. चाणक्य नीति (Chanakya Niti) में कई ऐसी बातें बताई गई हैं जो बताती हैं कि कैसे हमारी कुछ आदतें हमारी तरक्की में सबसे बड़ी रुकावट बन जाती हैं.

Written By: Shivashakti narayan singh
Last Updated: 2025-12-04 20:01:22

Chanakya Niti: सफलता का रास्ता कभी आसान नहीं होता. जीवन में आगे बढ़ते समय, हमारी अपनी कमजोरियां अक्सर सबसे बड़ी रुकावट बन जाती हैं. राजनीति, कूटनीति और जीवन मैनेजमेंट पर कई बातें बताने वाले आचार्य चाणक्य का मानना था कि अगर कोई व्यक्ति अपनी कमियों को पहचान ले और उन्हें दूर कर ले, तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं रहता. उनकी नीति (Niti) में कई ऐसे सिद्धांत हैं जो आज भी उतने ही काम के हैं. आइए जानें कि चाणक्य के अनुसार, सफलता में रुकावट डालने वाली चार कमजोरियां क्या हैं और उनके समाधान क्या हैं.

डर 

डर इंसान को कभी आगे नहीं बढ़ने देता. चाणक्य कहते हैं, “डरने वाला इंसान जिंदगी में कभी आगे नहीं बढ़ सकता.” चाणक्य के अनुसार, डर कम करने का सबसे अच्छा तरीका तैयारी है. जितनी ज्यादा तैयारी, उतना कम डर. अपने गोल को छोटे-छोटे स्टेप्स में बांटें और हर सफलता को याद करके कॉन्फिडेंस बनाएं. अपने आस-पास पॉजिटिव और इंस्पायरिंग लोगों को रखना भी जरूरी है.

आलस

चाणक्य कहते हैं, “आलस इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन है.” आलस इंसान की क्षमता को कम कर देता है. इससे न केवल समय बर्बाद होता है बल्कि मौके भी हाथ से निकल जाते हैं. चाणक्य रोज का एक खास लक्ष्य तय करने और छोटे-छोटे कामों से शुरुआत करने की सलाह देते हैं. डिसिप्लिन और रेगुलर रहना आलस दूर करने के सबसे असरदार तरीके हैं. सुबह जल्दी उठना और डेली रूटीन बनाना भी मदद करता है.

फैसला न लेना

जिंदगी में समय पर फैसले न ले पाना फेलियर का एक बड़ा कारण है. चाणक्य कहते हैं कि मौका इंतजार नहीं करता,यह सिर्फ उन्हीं को मिलता है जो तैयार रहते हैं. चाणक्य सलाह देते हैं कि कोई भी फैसला लेने से पहले सही जानकारी इकट्ठा करें और उसके फायदे और नुकसान को समझें.

नेगेटिव सोच

नेगेटिव सोच इंसान की एनर्जी, जोश और क्रिएटिविटी को खत्म कर देती है. चाणक्य कहते हैं कि नेगेटिव सोच से सफलता नहीं मिलती या कुछ खास हासिल नहीं होता. चाणक्य अपने विचारों को कंट्रोल करने की सलाह देते हैं. अपने दिन की शुरुआत पॉजिटिविटी के साथ करें, अच्छे लोगों के साथ समय बिताएं और अच्छी किताबें पढ़ें.

Disclaimer : प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. INDIA News इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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