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Cloudflare के बारे में जानिये, जिसके Down होते ही डाउन हो गए X, ChatGPT, Letterboxd और कैनवा?

Cloudflare Down: क्लाउडफेयर के डाउन होने का असर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के अलावा AI Chatbot Claude, Perplexity और MakeMyTrip समेत कई अन्य साइट्स पर भी पड़ा है. लोगों को आर्थिक नुकसान हुआ और वक्त भी बर्बाद हुआ.

Written By: JP YADAV
Last Updated: December 5, 2025 15:32:24 IST

Cloudflare Down: क्लाउडफेयर इंटरनेट (Cloudflare Internet) में एक बार फिर आउटेज हुआ है, जिसके चलते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X, ChatGPT, Letterboxd, Downdetector और कैनवा समेत अन्य कई सेवाओं पर सीधे-सीधे असर पड़ा है. लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी समस्या शेयर करते हुए इस सेवा के बाधित होने की जानकारी दी है. यूजर ने शिकायत की है कि Zerodha, Angel One और Groww जैसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म सहित कई ऑनलाइन सर्विस में दिक्कत आई. लोगों का कहना है कि उन्हें लॉगिन करने के साथ मार्केट डेटा एक्सेस करने के साथ-साथ ऑर्डर देने में दिक्कत का सामना करना पड़ा. जिनकी निर्भरता क्लाउटफेयर पर है उन्हें कई तरह की ऑनलाइन सर्विस पाने में दिक्कत पेश आई. 

काफी देर तक लोगों को होना पड़ा परेशान

बताया जा रहा है कि Cloudflare की वजह से आई दिक्कत के चलते नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर पर निर्भर वेबसाइट्स फिनटेक सर्विस और एंटरप्राइज टूल पर भी असर पड़ा है. ट्रेडिंग एक्टिविटी काफी देर तक प्रभावित रहीं. वहीं, Cloudflare द्वारा सुधार शुरू करने के बाद सर्विस धीरे-धीरे ठीक होने लगीं. वहीं, इसकी वजह से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी. इससे समय और पैसा दोनों का नुकसान हुआ. 

क्या है क्लाउडफेयर?

सामान्य भाषा में कहें तो क्लाउडफेयर इंटरनेट का एक बड़ा नेटवर्क है. यह दुनिया की वेबसाइट्स को सुरक्षा और स्पीड प्रदान करता है. विशेषज्ञों का मानना है कि क्लाउडफेयर एक तरह से वेबसाइट और यूजर के बीच सुरक्षा के लिए खड़ा रहता है. सबसे बड़ी बात यह है कि क्लाउडशेयर वेबसाइट्स को साइबर अटैक से भी बचाता है.

क्लाउडफेयर कैसे करता है काम?

दुनिया की लाखों वेबसाइट्स अपनी सुरक्षा और साइबर हमलों से बचने के लिए क्लाउडफेयर की सेवाओं का इस्तेमाल करती हैं. इसकी सेवा लेने के बाद यूजर की रिक्वेस्ट सीधे वेबसाइट्स तक नहीं पहुंचती हैं. यह रिक्वेस्ट पहले क्लाउडफेयर के नेटवर्क पर जाती हैं. जैसे यह रिक्वेस्ट क्लाउडफेयर तक जाती है तो यह चेक करता है. वह यह भी चेक करता है कि रिक्वेस वास्तव में सही है या नहीं? सही होने पर अगली प्रक्रिया होती है यानी अगली प्रक्रिया में वह कार्रवाई करता है. इसके बाद क्लाउडफेयर वेबसाइट की फाइल अपने सबसे नजदीकी सर्वर से यूजर को भेज देता है. अगले स्टेप में वेबसाइट तेजी से लोड होती है और सुरक्षा भी बनी रहती है. कुल मिलाकर यह साइबर हमलों और सुरक्षा की गारंटी देता है. यही वजह है कि वेबसाइट्स इसकी सेवाएं लेती हैं. 

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