पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें
ठीक 25 साल पहले, राष्ट्रपति पुतिन ने रणनीतिक साझेदारी की नींव रखी थी. इसे एक खास और विशेषाधिकार प्राप्त रिश्ते का दर्जा दिया गया. उन्होंने लगातार इन संबंधों को मज़बूत किया है. उनके नेतृत्व ने हमारे रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है. मैं इस गहरी दोस्ती और भारत के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के लिए राष्ट्रपति पुतिन और अपने दोस्त का दिल से आभार व्यक्त करता हूं. दुनिया ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं और इंसानियत कई संकटों से गुजरी है. इन सबके बीच, भारत-रूस दोस्ती एक मार्गदर्शक तारे की तरह रही है. हमने 2030 तक भारत-रूस आर्थिक सहयोग कार्यक्रम जारी रखने पर सहमति जताई है.
आज, राष्ट्रपति पुतिन और मुझे भारत-रूस बिजनेस फोरम में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा. हाल ही में, भारत में दो नए रूसी दूतावास खुले हैं, जो हमारे संबंधों को और मज़बूत करेंगे. इस साल अक्टूबर में, लाखों श्रद्धालुओं ने कल्मिकिया में भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों के दर्शन किए. हम रूसी नागरिकों के लिए 30 दिन का ई-टूरिस्ट वीज़ा और 30 दिन का ग्रुप ई-वीज़ा शुरू कर रहे हैं.
भारत ने शुरू से ही यूक्रेन मुद्दे पर शांति की वकालत की है. हम इस मामले के शांतिपूर्ण और स्थायी समाधान के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं. भारत हमेशा योगदान देने के लिए तैयार रहा है और भविष्य में भी ऐसा करता रहेगा. रूस ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग किया है. पहलगाम या क्रोकस सिटी हॉल में हुए कायरतापूर्ण हमले सभी एक ही मूल कारण से जुड़े हैं आतंकवाद इंसानियत के मूल्यों पर सीधा हमला है. इस लड़ाई में वैश्विक एकता ही हमारी ताकत है.
पुतिन के बयान की मुख्य बातें
रूस और भारत के बीच बहुत मजबूत द्विपक्षीय संबंध हैं. अर्थव्यवस्था सहित सभी क्षेत्रों में हमारे संबंध मज़बूत हो रहे हैं. हम ट्रेनों, इन्वेस्टमेंट और टेक्नोलॉजी पर बातचीत को आगे बढ़ा रहे हैं. रशियन-इंडियन इकोनॉमिक कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन मिलकर काम कर रहा है. हम भारत के विकास के लिए ज़रूरी सब कुछ सप्लाई करने के लिए तैयार हैं, जिसमें तेल और गैस भी शामिल हैं। हम एनर्जी के लिए हर तरह का सपोर्ट देना चाहते हैं. इंडियन सिनेमा रूस में बहुत पॉपुलर है. रुपये का इस्तेमाल भी बढ़ा है.