Delhi Crime News: चोर हर दिन चोरी करके पैसे कमाने के नए-नए तरीके अपना रहे है. दिल्ली पुलिस ने विकासपुरी से एक साले और उसके जीजा को गिरफ्तार किया है. ये दोनों रिश्तेदार पेट्रोलियम पाइपलाइन से फ्यूल चुरा रहे थे. हैरानी की बात यह है कि उन्होंने अंडरग्राउंड पेट्रोलियम पाइपलाइन के पास घर और प्लॉट किराए पर ले रखे थे और सीक्रेट सुरंगें खोदकर पेट्रोल और डीजल चुरा रहे थे. पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया था. इसके अलावा हरियाणा और पंजाब में भी दोनों के खिलाफ कई मामले दर्ज है. स्वर्ण सिंह के खिलाफ 19 मामले दर्ज हैं जिनमें से पहला मामला 1992 में दिल्ली एयरपोर्ट पर चोरी का था.
विकासपुरी से दो वांटेड आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने राजस्थान और कई अन्य राज्यों में पेट्रोलियम पाइपलाइन से फ्यूल चोरी में शामिल इन दोनों वांटेड आरोपियों को पश्चिमी दिल्ली के विकासपुरी से गिरफ्तार किया है. डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (क्राइम) हर्ष इंदोरा ने बताया कि आरोपियों की पहचान स्वर्ण सिंह (55) और उसके रिश्तेदार धर्मेंद्र उर्फ रिंकू (50) के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि हरियाणा और पंजाब में दर्ज कई मामलों में उन्हें भगोड़ा घोषित किया गया था. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सिंह 19 मामलों में आरोपी है और उसके खिलाफ पहला मामला 1992 में दिल्ली एयरपोर्ट पर चोरी का दर्ज किया गया था.
वे पाइपलाइन से फ्यूल कैसे चुरा रहे थे
पुलिस ने बताया कि उसने कथित तौर पर पेट्रोलियम पाइपलाइन के पास कई जगह किराए पर ले रखी थी. उसने सीक्रेट सुरंगें भी खोदी थीं और फ्यूल के फ्लो को मोड़ने के लिए एक वाल्व सिस्टम लगाया था. उन्होंने बताया कि सिंह पहले फ्यूल टैंकर ड्राइवर के तौर पर काम करता था और उसने अपनी गैरकानूनी गतिविधियों को जयपुर, गुरुग्राम, बठिंडा, कुरुक्षेत्र और दिल्ली के कुछ हिस्सों तक फैला रखा था. पुलिस ने बताया कि पेशे से ड्राइवर रिंकू पर सिंह को जानकारी इकट्ठा करने फ्यूल को मोड़ने और चोरी किए गए फ्यूल को ट्रांसपोर्ट और डिस्ट्रीब्यूट करने में मदद करने का आरोप है.
पुलिस अधिकारियों ने क्या कहा
अधिकारी ने बताया कि ये गिरफ्तारियां 3 दिसंबर को विकासपुरी के पास उनकी गतिविधियों के बारे में मिली टिप के बाद की गई. इंदोरा ने कहा “दोनों इस साल जयपुर में एक किराए के घर से सुरंग खोदकर और HPCL-MDPL पाइपलाइन से डीजल चुराकर एक पिकअप ट्रक में भरने के मामले में वांटेड थे.” पुलिस ने बताया कि वे डीजल और पेट्रोल कमर्शियल ड्राइवरों को बेचते थे, जबकि ‘एयर टरबाइन फ्यूल’ का इस्तेमाल केरोसिन के बदले किया जा रहा था.
जांच में क्या पता चला
जांच में पता चला कि जयपुर के दाहमी कलां इलाके में एक किराए के बंगले के अंदर सुरंग खोदकर पाइपलाइन में अवैध टैपिंग की गई थी. पाइपलाइन तक पहुंचने के लिए कमरे के अंदर से एक सुरंग खोदी गई थी, जहां प्लास्टिक टैंकों में तेल भरने के लिए GI पाइप और तीन वाल्व लगाए गए थे. मौके से खुदाई के औजार, एक पिकअप ट्रक और एक भरा हुआ डीजल टैंक बरामद किया गया. किराएदार राजेश उरांग ने बताया कि यह पूरा सेटअप स्वर्ण सिंह और उसके साथियों ने तैयार किया था. इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम ने जांच की है.
तीन महीने तक छापेमारी
उन्होंने तीन महीने तक कई राज्यों में छापेमारी की और टेक्निकल और मैनुअल निगरानी के बाद दोनों को विकासपुरी नाले के पास से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने जयपुर पाइपलाइन तेल चोरी मामले में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली. जांच में यह भी पता चला कि धर्मेंद्र उर्फ रिंकू, स्वर्ण सिंह का साला है और कई सालों से इस नेटवर्क का हिस्सा रहा है. दोनों के खिलाफ तेल चोरी, पाइपलाइन को नुकसान पहुंचाना, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, जालसाजी और अवैध डीजल बिक्री जैसे गंभीर अपराधों के लिए कई मामले दर्ज है. DCP क्राइम ब्रांच हर्ष इंदोरा ने कहा कि इन गिरफ्तारियों से राजस्थान तेल चोरी का मामला सुलझ गया है.