पीएम मोदी द्वारा चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए
विशेष कैंपों के जरिए पैसे वापस करना
सेल्फ-अटेस्टेशन के बारे में, प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले, नागरिकों को अपने दस्तावेज़ों पर सरकारी अधिकारी से मुहर लगवानी पड़ती थी. उनकी सरकार ने इस अविश्वास को खत्म कर दिया है, और अब सेल्फ-अटेस्टेशन को ही काफी माना जाता है. पहले, छोटे लोन (जैसे ₹1000) के लिए भी बैंक गारंटी मांगते थे क्योंकि अविश्वास का स्तर बहुत ज़्यादा था. पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने ‘मुद्रा योजना’ स्कीम से अविश्वास के इस दुष्चक्र को तोड़ा है. उन्होंने बताया कि इस स्कीम के तहत, नागरिकों को अब तक ₹37 लाख करोड़ रुपये बिना किसी गारंटी के लोन दिए गए हैं. इस रकम ने युवाओं को उद्यमी बनने का आत्मविश्वास दिया है. अब, यहां तक कि सड़क किनारे ठेले लगाने वालों को भी बिना किसी गारंटी के बैंकों से लोन मिल रहा है.