Ravi Shastri Statement On Guatam Gambhir: भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर इन दिनों आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं. साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया को टेस्ट सीरीज में 0-2 से हार का सामना करना पड़ा. हालांकि इसके बाद भारत ने 2-1 से वनडे सीरीज जीती, लेकिन फिर भी गंभीर के कोचिंग स्टाइल पर सवाल उठ रहे हैं. इस बीच भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री गौतम गंभीर के सपोर्ट में बड़ा बयान दिया है. शास्त्री ने कहा कि हार के लिए सिर्फ एक व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराना ठीक नहीं है. बता दें कि टीम इंडिया पिछले एक साल में घर पर 2 टेस्ट सीरीज हार चुकी है.
इससे पहले पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत को 3-0 से करारी हार का सामना करना पड़ा था. फिर इस साल साउथ अफ्रीका से टेस्ट सीरीज में हार मिली. भारत के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार है जब टीम को 3 सीरीज में से 2 में क्लील स्वीप झेलनी पड़ी है. हालांकि गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टीम ने चैंपियन ट्रॉफी और एशिया कप में जीत हासिल की. इसके बावजूद गंभीर पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि टेस्ट में मिली करारी हार को पचाना थोड़ा मुश्किल है.
रवि शास्त्री ने क्या कहा?
एक पॉडकास्ट पर बातचीत के दौरान रवि शास्त्री ने गंभीर का समर्थन किया. शास्त्री ने कहा कि हार की जिम्मेदारी सिर्फ कोच को नहीं होती है. पूरी टीम मैनेजमेंट और मैदान पर खेलने वाले खिलाड़ियों की भी बराबर जिम्मेदारी है. शास्त्री ने कहा कि जब टीम हारती है, तो खिलाड़ियों को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. हमेशा सिर्फ एक व्यक्ति को निशाना बनाना गलत है. उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे साथ भी ऐसा हुआ है, इसलिए मैं अनुभव से बोल रहा हूं. हार के बाद खिलाड़ियों को भी चोट महसूस होनी चाहिए.’
रवि शास्त्री का कहना है कि जब तक खिलाड़ियों में यह भावना नहीं आएगी कि उन्होंने निराशाजनक खेल दिखाया है, तब तक सुधार संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि जब खिलाड़ियों के अंदर यह भावना आएगी, तो वे बेहतर करेंगे. रवि शास्त्री के इस बयान से सवाल उठने लगे कि क्या गौतन गंभीर को ज्यादा दोष दिया जा रहा है?
गंभीर को चेतावनी भी दी
पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान रवि शास्त्री ने गौतम गंभीर को चेतावनी भी दी. शास्त्री का कहना है कि नतीजे टीम के पक्ष में नहीं रहने पर कोच की छुट्टी भी हो सकती है. उन्होंने कहा कि अगर प्रदर्शन खराब रहा, तो कोच को हटाया भी जा सकता है. ऐसे में धैर्य बनाए रखना जरूरी है. रवि शास्त्री ने खिलाड़ियों को मोटिवेट करने के लिए कम्यूनकिशेन पर ज्यादा जोर दिया.
भारत का घरेलू टेस्ट प्रदर्शन
भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 3 बार घरेलू सीरीज में क्लीन स्वीप हुई है. सबसे पहला घरेलू टेस्ट क्लीन स्वीप साल 1999-2000 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुआ था. इसके बाद साल 2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ और 2025 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत को घरेलू टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा.