नाबालिग लड़की ने बताया कि उसके पिता सुरजीत सिंह जो हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के रहने वाले हैं, ने उसे नहर में धकेल दिया था. वह पानी के अंदर चली गई. अचानक उसके हाथ खुल गए, और वह सतह पर आ गई है. फिर उसने किसी तरह एक धातु की चीज को पकड़ा और उसका सहारा लेकर वह किसी तरह नहर के किनारे तक पहुंची और घास पकड़कर खुद को बाहर निकाला. फिर दो युवकों और एक महिला ने उसे लिफ्ट दी है.
अपने पिता को बरी करने की मांग करते हुए, उसने अपनी मां पर आरोप लगाए।
उसने कहा कि उसकी मां के कहने पर उसके पिता ने उसके हाथ-पैर बांधकर उसे नहर में धकेल दिया था. उसने कहा कि उसकी मां भी उतनी ही दोषी है जितना कि उसके पिता है. हालांकि वह चाहती है कि उन दोनों को हत्या के आरोपों से बरी कर दिया जाए.
बयान के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी: पुलिस
इस मामले में फिरोजपुर के एसएसपी भूपिंदर सिंह ने कहा कि यह बहुत अच्छी खबर है कि बच्ची सुरक्षित मिल गई है. जब उसके पिता ने उसे नहर में धकेला तो बहते समय उसका हाथ किनारे से छू गया है. जिससे वह खुद को बाहर निकाल पाई है. बाहर निकलने के बाद आस-पास कोई नहीं था. कुछ दूर चलने के बाद उसने किसी से मदद मांगी की है. लड़की नाबालिग है. उसके अनुसार वह यह नहीं बताना चाहती कि वह पिछले दो महीनों से कहां छिपी थी क्योंकि इसमें कोई रिश्तेदार या जान-पहचान वाला शामिल हो सकता है, और उसे अपनी जान का डर है.
उन्होंने आगे बताया कि पुलिस कोर्ट में लड़की का बयान रिकॉर्ड कर रही है. उसके बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. शुरू में पिता ने खुद वीडियो बनाया था, और उस वीडियो के आधार पर उसके खिलाफ सेक्शन 302 (हत्या) के तहत केस दर्ज किया गया था. हालांकि अब जब लड़की जिंदा मिल गई है, तो उसके बयानों के आधार पर सही आरोप लगाए जाएंगे, और उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.