Vastu Tips: हम सभी अपने घरों के मुख्य दरवाजे पर डोरमैट रखते हैं. आमतौर पर, लोग इसे सिर्फ एक सजावट का सामान या सफाई बनाए रखने का एक तरीका मानते हैं, ताकि धूल और गंदगी घर में न आए और मुख्य दरवाजा ज्यादा आकर्षक दिखे. हालांकि, वास्तु शास्त्र में, यह दिखने में आसान सी चीज एनर्जी के फ्लो से जुड़ी होती है. इसका रंग और आकार नेगेटिव एनर्जी को आकर्षित कर सकता है. इसलिए, सही रंग और आकार का होना जरूरी माना जाता है.
क्या “वेलकम” डोरमैट सही है?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मुख्य दरवाजे पर “वेलकम” लिखा होना न सिर्फ पॉजिटिव माना जाता है, बल्कि यह घर की एनर्जी को शुद्ध करता है इसलिए, ‘वेलकम’ लिखा हुआ डोरमैट शुभ माना जाता है. ‘वेलकम’ शब्द यह दिखाता है कि घर के लोग दूसरों का सम्मान करते हैं. डोरमैट पर ‘वेलकम’ होने से घर के चारों ओर पॉजिटिव एनर्जी बनती है, जिससे शांति, प्यार, तालमेल और सद्भावना बढ़ती है. वास्तु शास्त्र कहता है कि जो शब्द हम देखते हैं, पढ़ते हैं और बोलते हैं, वे सीधे हमारे मन, विचारों और माहौल पर असर डालते हैं. इसलिए, मुख्य दरवाज़े पर लिखा हर शब्द घर की एनर्जी को दिशा देता है.
इन बातों का ध्यान रखें
वास्तु के अनुसार, अगर आप दरवाजे पर खड़े होकर नेगेटिव बातें सोचते या कहते हैं, तो “वेलकम” शब्द की पॉजिटिविटी का भी उल्टा असर हो सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि मुख्य दरवाज़े की एनर्जी बहुत सेंसिटिव होती है. इसलिए, दरवाजे पर खड़े होकर कभी भी बहस न करें, तनाव जाहिर न करें या शिकायत न करें. हमेशा शांति से, पॉजिटिव और शुभ बातें करें.
रंग और आकार का गहरा असर होता है
- वास्तु के अनुसार, भूरे रंग का डोरमैट अच्छा माना जाता है. यह पृथ्वी तत्व का रंग है और नेगेटिविटी को कम करता है.
- हरे रंग को डोरमैट के लिए सबसे शुभ रंग माना जाता है. यह रंग ताजगी, विकास और समृद्धि का प्रतीक है.
- नीले रंग का डोरमैट भी अच्छा माना जाता है. यह रंग शांति, सौभाग्य और संतुलन का प्रतीक है.
- अगर आपके दरवाजे का मुख उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में है, तो पीले रंग का डोरमैट रखें. यह घर में पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ावा देता है.
- दक्षिण या पूर्व दिशा वाले दरवाजों के लिए, काला डोरमैट शुभ माना जाता है. हालांकि, इसका इस्तेमाल करते समय कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं.
- काले रंग को नेगेटिव एनर्जी वाला माना जाता है. इसलिए, यह पक्का करें कि काले डोरमैट पर “वेलकम” शब्द या कोई और शुभ निशान न हो.