घर की सफाई सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है, हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार जिस घर में साफ सफाई रहती है, उस घर में लक्ष्मी जी का वारस होता है और साफ घर में वास्तु दोष नहीं लगता है. लेकिन अक्सर आपने देखा होगी कि महिलाे ही घर की साफ सफाई में लगी रहती है, पुरुष साफ सफाई का काम बेहद कम करते नजर आते हैं. घर के लोग भी सफाई से जुड़े कामों के घर की महिलाओं को ही कहते हैं. क्या ऐसा इसलिए है कि कई लोगों का कहना होता है कि घर में पुरुषों के झाड़ू-पोछा करने से माता लक्ष्मी नराज हो जाती है क्या यह बात सही है? आइये जानते हैं यहां
क्या घर में पुरुषों के झाड़ू-पोछा करने से माता लक्ष्मी नाराज होती है?
नहीं ऐसा बिल्कुल भी नहीं है हिंदू धर्म में बताया गया है कि जिस घर में पुरुष भी घर की साफ सफाई झाड़ू-पोंछाया व्यवस्था में हाथ बंटाता है, तो माता लक्ष्मी विशेष रूप से प्रसन्न होती हैं. ऐसे घरों में धन से संबंधित परेशानियां खत्म हो जाती है, घर में खुशियां बनी रहती है. जब घर का कोई पुरुष सेवा भाव से झाड़ू-पोंछा या घर की सफाई में मदद करता है, तो यह अहंकार का त्याग माना जाता है और हिंदू धर्म में त्याग का सबसे ज्यादा महत्व होता है और यह विनम्रता और सज्जनता का प्रतीक माना जाता है. मान्यताओं के अनुसार जहां अहंकार नहीं होता, वहां कृपा और समृद्धि खुद खींची चली आती है. ऐसा करने से कर्मों पर भी प्रभाव पड़ता है और भाग्योदय होता है.
पुरुषों के घर सफाई करने से परिवार में बढ़ता है आपसी सम्मान और प्रेम
पुरुषों के घर या व्यवसायिक स्थल पर साफ-सफाई करने से, घर परिवार के लोगों में आपका सम्मान बढ़ता है और घर की महिलाओं की मदद करने से प्रेम भी बढ़ता है. ऐसे घर में शांति बनी रहती है और मां लक्ष्मी वास करती है. कहा जाता है कि जो व्यक्ति किसी भी काम को छोटा-बड़ा नहीं समझता, उसके कर्म पवित्र होते हैं. ऐसे लोगों का भाग्य चमकता है. पुरुषों के झाड़ू-पोंछा करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.