BNS क्या है?
अविवाहितों के लिए क्या कहता है ये कानून?
पत्नी को क्या अधिकार दिए गए हैं?
यह कानून सिर्फ़ सज़ा देने के बारे में नहीं है, बल्कि पत्नी को कई मज़बूत कानूनी सुरक्षा भी देता है. इस कानून के तहत पत्नी सीधे पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करा सकती है. पुलिस को ऐसे मामलों में कार्रवाई करनी ही होगी. वहीं अगर पत्नी को लगता है कि उसका पति शराब के नशे में उसके साथ मारपीट कर सकता है, तो वह सुरक्षा की मांग कर सकती है साथ ही घर से दूर रहने का आदेश ले सकती है. इस कानून के तहत पति को अच्छे व्यवहार के लिए बॉन्ड पर भी रखा जा सकता है. वहीं अगर पति शराब पीने की वजह से परिवार की ज़रूरतों को पूरा करने में लापरवाही करता है, तो वह अपनी पत्नी के गुज़ारे का खर्च उठाने की कानूनी ज़िम्मेदारी से बच नहीं सकता.
यह कानून पतियों पर इतना सख्त क्यों है?
सरकार का कहना है कि घरेलू हिंसा के 40% से ज़्यादा मामलों में शराब एक बड़ी वजह है. नए BNS में महिलाओं की सुरक्षा और परिवार की शांति को प्राथमिकता दी गई है. इसीलिए सेक्शन 85B जैसे नियम लाए गए ताकि पति शराब पीकर घर में बिना रोक-टोक के गड़बड़ी न करें. शराब पीना एक आदत हो सकती है, लेकिन आपको किसी की शांति, इज्ज़त या सुरक्षा को खतरे में डालने का अधिकार नहीं है.