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Kerala Politics: CPM नेता का महिलाओं को लेकर वह आपत्तिजनक बयान, जिसे कोई पुरुष भी नहीं सुनना चाहेगा

Kerala Politics: CPM के नेता सईद अली ने अपनी विवादास्पद स्पीच में यह कह दिया कि महिलाएं अपने पति के साथ सोने के लिए होती हैं. इस पर बवाल मच गया है.

Written By: JP YADAV
Last Updated: December 15, 2025 16:08:13 IST

Kerala Politics: केरल में हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनाव के परिणाम शनिवार (13 दिसंबर, 2025) को ही घोषित हुए हैं. यह चुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए नई खुशखबरी लेकर आया. दरअसल, कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ़्रंट (यूडीएफ़) ने केरल के स्थानीय चुनावों में बड़ी जीत दर्ज की है. वहीं, केरल में सत्तासीन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेतृत्व वाले लेफ़्ट डेमोक्रेटिक फ़्रंट (एलडीएफ) को बड़ा झटका लगा है.

महिलाएं अपने पति के साथ सोने के लिए होती हैं

इस बीच मलप्पुरम में एक CPM क्षेत्रीय नेता ने अपनी जीत की स्पीच में महिलाओं के खिलाफ बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है. 47 वोटों से जीतने वाले सईद अली मजीद ने अपने समर्थकों को संबोधित करते कहा कि महिलाओं का काम सिर्फ पति के साथ सोना है. CPM के नेता ने कहा कि शादी करके लाई गई महिलाएं सिर्फ वोट के लिए, वार्ड जीतने के लिए या उसे हराने के लिए अजनबियों के सामने पेश करने के लिए नहीं हैं.

महिला लीग के बारे में बात नहीं करनी चाहिए लोगों को

उन्होंने आगे कहा कि महिला लीग (भारत की इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की महिला विंग) की अध्यक्ष ने कुछ दिन पहले एक वीडियो जारी किया था. इसमें उन्होंने कहा था कि लोगों को महिला लीग के बारे में बात नहीं करनी चाहिए. अगर आप राजनीति में हैं, तो पनाक्कड़ के थंगल के बारे में भी बात होगी. इस क्षेत्र में वही लोग आएं जिनमें सुनने की हिम्मत हो वरना उन्हें घर पर गृहिणी बनकर रहना चाहिए. वहीं, रिपोर्ट के अनुसार, मजीद ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए CPM स्थानीय सचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने वार्ड जीता, 666 वोट हासिल किए, जो IUML के उनके प्रतिद्वंद्वी से 47 ज़्यादा थे.

केरल स्थानीय चुनाव में कांग्रेस का अच्छा प्रदर्शन

गौरतलब है कि केरल में ग्राम पंचायत चुनाव में कुल सीटों में से कांग्रेस के यूडीएफ 505 वाम दलों के यूडीएफ ने 340 और NDA को 26 सीटें मिलीं. इस तरह ब्लॉक प्रमुख में 79 LDF, 63 UDF और NDA को 0 पर संतोष करना पड़ा. जिला पंचायत की बात करें तो LDF और UDF को 7-7 जबकि NDA को कोई सीट नहीं मिली. वहीं, नगर निगम (म्युनिसिपैलिटी) में 54 सीटें LDF और 28 सीटें UDF को और सिर्फ 2 सीटें NDA को मिली. आखिर में कॉर्पोरेशन में LDF को 4, UDF और NDA को 1-1 सीट मिली है. वहीं, इन दो गठबंधनों की जीत-हार से इतर चर्चा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) की तिरुवनंतपुरम में जीत की भी है. बता दें कि तिरुवनंतपुरम नगर निगम में एनडीए सबसे बड़ा गठबंधन बनकर सामने आया है. एलडीएफ़ शासित इस नगर निगम में एनडीए ने 101 में से 50 वार्डों में जीत हासिल की है.

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