इस विंटर बीमारियों को कहें बाय-बाय, फॉलो करें रुजुता दिवेकर ये 3 नियम जो आपको बीमारीयों से देगा बड़ा राहत
Rujuta Diwekar Winter Tips: रुजुता दिवेकर के मुताबिक, इस सर्दी स्वस्थ रहने के लिए स्थानीय और पारंपरिक खान-पान पर ध्यान देना सबसे ज्यादा ज़रूरी है. अपनी डाइट में अमरूद और सीताफल जैसे मौसमी फल और ऊर्जा के लिए बाजरा-रागी शामिल करना खास तौर से न भूलें. इसके साथ ही गोंद के लड्डू और सफेद मक्खन हड्डियों की मजबूती और त्वचा की नमी के लिए बेहद ही जरूरी हैं. साथ ही, कुलथी की दाल का सेवन करें और मेटाबॉलिज्म बेहतर रखने के लिए धूप और शारीरिक सक्रियता को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं.
स्थानीय और मौसमी फल (अमरूद और सीताफल)
रुजुता के मुताबिक, सर्दियों में आने वाले फल जैसे अमरूद और सीताफल फाइबर और विटामिन सी से भरपूर होते हैं और ये आपकी इम्युनिटी बढ़ाने और पाचन को दुरुस्त रखने में बेहद ही मदद करते हैं.
गोंद के लड्डू का सेवन
सर्दियों में 'गोंद के लड्डू' शरीर को अंदरूनी गर्मी देने का सबसे ज्यादा करते हैं. इसके साथ ही यह हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन है और सर्दियों में होने वाले जोड़ों के दर्द से भी राहत दिलाने में मददगार साबित होता है.
बाजरा और रागी की रोटी
सर्दियों में गेहूं की जगह बाजरा, मक्का या रागी का ही ज्यादातर सेवन करना चाहिए. ये अनाज मैग्नीशियम और आयरन से भरपूर होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देते हैं और सुस्ती को पूरी तरह से दूर कर देते हैं.
घर का बना सफेद मक्खन
अपनी दाल या रोटी में एक चम्मच सफेद मक्खन जरूर शामिल करना चाहिए. यह विटामिन A, D और E का अच्छा स्रोत है और त्वचा की नमी बनाए रखने में भी काफी ज्यादा मददगार साबित है.
कुलथी की दाल का महत्व
सर्दियों के दौरान कुलथी (Horse gram) का सेवन त्वचा और गुर्दे के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. यह शरीर को हाइड्रेटेड रखने और ठंड से लड़ने की शक्ति देता है.
धूप और शारीरिक सक्रियता
केवल खान-पान ही नहीं, बल्कि रुजुता सुबह की गुनगुनी धूप लेने और सक्रिय रहने की सलाह देती हैं ताकि शरीर का मेटाबॉलिज्म सही बना रहे.