अभिनेत्री और वेलनेस कोच मिनी माथुर ने इंस्टाग्राम पर ‘प्रोटीन उत्तपम’ की एक अनोखी रेसिपी शेयर की है, जो पारंपरिक उत्तपम से बिल्कुल अलग है. इसमें प्रोटीन पाउडर, इसबगोल और चिया सीड्स का कमाल का कॉम्बिनेशन है, जो नाश्ते को प्रोटीन से भरपूर बनाने के साथ पाचन तंत्र को मजबूत करता है.
बेंगलुरु की न्यूट्रिशनिस्ट अनुपमा मेनन ने इसे ‘गट हेल्थ पावरहाउस’ करार दिया है.
रेसिपी की खासियतें
यह रेसिपी उन लोगों के लिए परफेक्ट है जो प्रोटीन शेक पीने की बजाय खाना पसंद करते हैं और जिन्हें डायटिंग पर भी टेस्टी खाना चाहिए. मिनी ने इस रेसिपी को हेल्थ और एनर्जी का पावरहाउस कहा है. टेस्टी होने के साथ इसे बनाना भी बेहद आसान है और इसे बनाने में टाइम भी कम लगता है.
रेसिपी:
मुख्य सामग्री:
1 स्कूप प्रोटीन पाउडर
1 स्कूप इसबगोल (प्सिलियम हस्क)
1 टेबलस्पून भीगे चिया सीड्स
कटा पालक-धनिया
1 अंडे की सफेदी
नमक
काली मिर्च
जीरा पाउडर
सॉटेड प्याज
1 कप पानी
विधि: सभी इंग्रेडिएंट्स को मिलाकर घोल बनाएं. तवे या नॉनस्टिक पैन को गर्म करें, तवे पर घी लगाकर उस पर तैयार किया हुआ बैटर कलछी से डालें और धीरे-धीरे फैलाये. एक तरफ सिक जाने पर पलट कर दूसरी तरफ सेंकें. हरी धनिया चटनी और नारियल चटनी के साथ गर्मागर्म सर्व करें.
न्यूट्रिशनिस्ट का वर्डिक्ट
मिनी माथुर का कहना है कि यह सिर्फ प्रोटीन पाउडर से बचने का तरीका नहीं, बल्कि फंक्शनल न्यूट्रिशन का बेहतरीन उदाहरण है. इसबगोल और चिया सीड्स का जोड़ी गट को रेगुलर बनाती है. इसबगोल घुलनशील फाइबर से जेल बनाकर कब्ज दूर करता है, जबकि चिया सीड शरीर को ओमेगा-3, अल्फा-लिपोइक एसिड और मिनरल्स देता है. सुबह खाली पेट पानी के साथ इसबगोल और रात को चिया सीड इस्तेमाल करने पर भी गट हेल्थ पर अच्छा प्रभाव पड़ता है.
कब और कैसे खाएं
नाश्ते में उत्तपम बनाकर खाएं—पालक, धनिया और प्याज से न्यूट्रिएंट्स और टेस्ट बढ़ जाते हैं. डायबिटीज या पाचन समस्या वालों के लिए ये रेसिपी आइडियल है. शुरुआत में घोल में ईसबगोल की मात्रा कम रखें, धीरे-धीरे बढ़ाएं. अगर कोई दवा चल रही हो तो इस रेसिपी को ट्राई करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें. यह रेसिपी भारतीय रसोई को हेल्दी ट्विस्ट देती है.
गट हेल्थ के फायदे
इसबगोल आंतों में पानी सोखकर मल को नरम बनाता है, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है और गैस-ब्लोटिंग कम करता है. चिया सीड्स प्रीबायोटिक गुणों से युक्त गट के अंदर अच्छे बैक्टीरिया बढ़ाते हैं. साथ में ये लॉन्गेविटी बढ़ाते हैं, वजन कंट्रोल करते हैं. संवेदनशील पेट वालों के लिए इसबगोल ज्यादा सुरक्षित है लेकिन इसबगोल के साथ पर्याप्त पानी पीना भी जरूरी है.