Vladimir Putin: यूक्रेन के साथ जंग में रूस के लिए सोमवार (22 दिसंबर) एक बड़ा झटका साबित हुआ. मॉस्को में एक कार बम धमाके में रूसी सेना के एक लेफ्टिनेंट जनरल की मौत हो गई. लेफ्टिनेंट जनरल की पहचान 56 साल के फैनिल सरवरोव के तौर पर हुई है. रूसी इन्वेस्टिगेटिव कमिटी का कहना है कि जब वह ट्रैवल कर रहे थे, तब कार में धमाका हुआ.
कौन थे लेफ्टिनेंट जनरल सरवरोव
मीडिया के मुताबिक लेफ्टिनेंट जनरल सरवरोव आर्म्ड फोर्सेज के ऑपरेशनल ट्रेनिंग डिपार्टमेंट के हेड थे. जंग के बीच सरवरोव की हत्या से रूस को बड़ा झटका लगा है. इन्वेस्टिगेटिव कमिटी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि धमाका कैसे हुआ. रूसी अधिकारियों ने हत्या के यूक्रेनी कनेक्शन की भी जांच शुरू कर दी है.
कार में ज़ोरदार धमाका
रूसी सरकार के मुताबिक, सरवरोव मॉस्को में अपने अपार्टमेंट से निकल रहे थे, तभी उनकी कार में एक ज़ोरदार धमाका हुआ. उन्हें तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें वहां मृत घोषित कर दिया. क्रेमलिन के एक प्रवक्ता ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सरवरोव की हत्या की जानकारी दे दी गई है. दो साल में यह तीसरी बड़ी घटना है, जिसमें कार बम धमाके में किसी सीनियर रूसी मिलिट्री ऑफिसर की मौत हुई है.
फैमिल सरवरोव कौन थे?
मिलिट्री NY की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरवरोव का जन्म 1969 में रूस के पर्म रीजन के ग्रेमायाचिंस्क में हुआ था. वह 1990 में रूसी सेना में शामिल हुए और कज़ान हायर टैंक कमांड स्कूल में अपनी पढ़ाई पूरी की. 2008 में, सरवरोव को रूसी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ का प्रमुख नियुक्त किया गया.
सरवरोव को रूस में व्लादिमीर पुतिन का करीबी सहयोगी माना जाता था. सरवरोव का पहला बड़ा काम कॉकेशस में रूस के सैन्य अभियान के दौरान था. सरवरोव ने 2015-16 में सीरिया में युद्ध का नेतृत्व किया. यूक्रेन के साथ युद्ध में, उनकी भूमिका सेना को ट्रेनिंग देना और मोर्चे पर तैनात करना था.