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Anshuka Yoga: दिनभर की थकान और जकड़न को मिनटों में करे दूर, ये योग तरीका बदल देगा आपकी लाइफ

Written By: Shivashakti narayan singh
Last Updated: 2025-12-22 19:37:50

Anshuka Yoga: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में ज्यादातर लोग यह महसूस ही नहीं कर पाते कि उनका शरीर कितना तनाव में है. कंधों में जकड़न, कमर में अकड़न और गर्दन का सही से न मुड़ पाना,ये सब धीरे-धीरे रोजमर्रा की आदतों का हिस्सा बन जाते हैं. लंबे समय तक बैठना, मोबाइल और लैपटॉप का ज्यादा इस्तेमाल और शरीर को आराम न मिल पाना इसकी बड़ी वजह है. ऐसे में Anshuka Yoga एक आसान और असरदार समाधान के तौर पर सामने आता है.

क्या है Anshuka Yoga?

Anshuka Yoga किसी मुश्किल आसन या ज्यादा पसीना बहाने वाली एक्सरसाइज पर आधारित नहीं है. यह योग का ऐसा तरीका है जो शरीर की जरूरत को समझकर किया जाता है. इस योग में हल्की-फुल्की मूवमेंट, सही तरीके से सांस लेना और आरामदायक स्ट्रेच पर ध्यान दिया जाता है, जिससे शरीर धीरे-धीरे रिलैक्स होता है.

इस अभ्यास से समय के साथ कंधों का तनाव कम होता है, हिप्स और पीठ में लचीलापन आता है और रोज़मर्रा की गतिविधियाँ ज्यादा आरामदायक लगने लगती हैं.

क्यों जरूरी है योग?

हमारा शरीर धीरे-धीरे गलत पोस्चर और तनाव का आदी हो जाता है. शुरुआत में दर्द महसूस नहीं होता, लेकिन बाद में यही परेशानी गंभीर हो सकती है. योग शरीर की जकड़न को समय रहते कम करता है, पोस्चर सुधारता है और संतुलन बढ़ाता है. यह सिर्फ इलाज नहीं, बल्कि शरीर को लंबे समय तक स्वस्थ रखने का तरीका है.

टाइट मसल्स के लिए योग क्यों फायदेमंद?

लगातार बैठने से हिप्स, गर्दन और कंधों की मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं. योग में किए जाने वाले धीरे-धीरे स्ट्रेच और नियंत्रित सांसें मसल्स में ब्लड फ्लो बढ़ाती हैं और तनाव को कम करती हैं. नियमित अभ्यास से शरीर ज्यादा हल्का और खुला महसूस करने लगता है.

Anshuka Yoga की खास बात

  • इस योग पद्धति का मूल मंत्र है
  • सोच-समझकर मूवमेंट
  • सही तरीके से सांस लेना
  • ऐसा अभ्यास जिसे रोज दोहराया जा सके
  • इसमें छोटे-छोटे योग सीक्वेंस होते हैं, जो खासतौर पर गर्दन, रीढ़ और हिप्स पर फोकस करते हैं.

मसल्स रिलैक्स करने के लिए 5 आसान योग अभ्यास

1. मार्जरीआसन-बितिलासन (कैट-काउ पोज)

रीढ़ की जकड़न दूर करने और गर्दन-कंधों को रिलैक्स करने के लिए फायदेमंद.

2. अर्ध मत्स्येंद्रासन (बैठकर ट्विस्ट)

रीढ़ और पीठ के ऊपरी हिस्से में तनाव कम करता है और सांस को गहरा बनाता है.

3. सुप्त कपोतासन (लेटकर पिजन पोज)

लंबे समय तक बैठने वालों के लिए खास, हिप्स और ग्लूट्स को स्ट्रेच करता है.

4. ग्रीवा संचालन (गर्दन के स्ट्रेच)

स्क्रीन टाइम से होने वाली गर्दन की अकड़न को कम करने में मददगार.

5. प्राणायाम (सांस का अभ्यास)

धीमी और गहरी सांसें शरीर को तनाव से बाहर निकालती हैं और योग के असर को बढ़ाती हैं.

Anshuka Yoga की खासियत यह है कि इसमें ताकत और आराम को अलग नहीं किया जाता. मजबूत मसल्स तभी बेहतर काम करती हैं जब वे ज्यादा तनाव में न हों. यही संतुलन इस योग को लंबे समय तक अपनाने लायक बनाता है.

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