Epstein Files And PM Modi: सोशल मीडिया पर इन दिनों Epstein Files को लेकर कई दावे तेजी से वायरल हो रहे हैं. इन्हीं दावों के बीच कुछ पोस्ट और वीडियो में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम जोड़कर सनसनी फैलाने की कोशिश की जा रही है. दावा किया जा रहा है कि कथित Epstein Files में PM मोदी का नाम शामिल है.
इस बीच देश के कुछ पत्रकार पीएम मोदी के नाम को जोड़ते हुए Epstein Files पर वीडियो और पोस्ट साझा कर रहे हैं. हालांकि अब इन दावों और इन्हें फैलाने के तरीके को लेकर एक नई चर्चा सामने आई है. दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी से जुड़े इन आरोपों की कथित स्क्रिप्टिंग अमेरिका में की गई और भारत में इसे एक कोऑर्डिनेटेड तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है. लेकिन जब इन वायरल दावों की पड़ताल की गई, तो हकीकत कुछ और ही निकली.
एक्स पर यूजर के दावे से बढ़ा विवाद, पत्रकारों और Epstein Files को लेकर उठे सवाल
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यूजर @Starboy2079 ने दावा किया है कि Epstein Files को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ दावे करने वाले कुछ पत्रकार हाल ही में अमेरिका से लौटे हैं. यूजर का आरोप है कि यह सब एक सोची-समझी रणनीति के तहत किया जा रहा है. इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई है और कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि Epstein Files और पीएम मोदी को लेकर किए जा रहे ये दावों में कितनी सच्चाई है.
क्या हैं Epstein Files?
Epstein Files दरअसल अमेरिकी फाइनेंसर जेफरी एपस्टीन से जुड़े कोर्ट डॉक्यूमेंट्स और जांच से संबंधित फाइलों को कहा जाता है. जेफरी एपस्टीन पर यौन शोषण और मानव तस्करी जैसे गंभीर आरोप लगे थे. उसकी मौत के बाद समय-समय पर अमेरिका में उससे जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक हुए, जिनमें कई अंतरराष्ट्रीय हस्तियों का जिक्र होने का दावा किया गया.
PM मोदी को लेकर क्या दावा किया जा रहा है?
वायरल पोस्ट में यह कहा जा रहा है कि Epstein Files में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम शामिल है या उनका किसी तरह का संबंध इस मामले से रहा है. कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इन दावों को बिना किसी आधिकारिक सबूत के साझा कर रहे हैं.
फैक्ट चेक में क्या सामने आया?
जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि Epstein Files से जुड़े किसी भी आधिकारिक दस्तावेज, कोर्ट रिकॉर्ड या विश्वसनीय रिपोर्ट में PM नरेंद्र मोदी का नाम नहीं है. न तो अमेरिकी अदालत के दस्तावेजों में, न ही किसी मान्यता प्राप्त अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट में, PM मोदी से जुड़ा ऐसा कोई उल्लेख नहीं पाया गया है. विशेषज्ञों के अनुसार, यह दावा पूरी तरह भ्रामक और निराधार है, जिसे सोशल मीडिया पर गलत तरीके से फैलाया जा रहा है.
वायरल दावों से बढ़ा सियासी तापमान
Epstein Files से जुड़ी खबरों के सामने आने के बाद देश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. विपक्षी दल इस अंतरराष्ट्रीय मामले को लेकर सरकार पर सवाल उठाते हुए इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. सोशल मीडिया और राजनीतिक बयानों के जरिए Epstein Files की आड़ में आरोप लगाए जा रहे हैं.