Bangladesh: बांग्लादेश में चुनाव के दौरान हुई अशांति पर अमेरिका, चीन और रूस ने जवाब दिया है. तीनों सुपरपावर ने हिंसा को तुरंत खत्म करने की मांग की है. चीन और अमेरिका ने इस मुद्दे पर न्यूट्रल रुख बनाए रखा है, वहीं रूस ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को भारत के साथ रिश्ते सुधारने की सलाह दी है. ढाका में पुतिन के एम्बेसडर, अलेक्जेंडर खोज़िन ने कहा कि बांग्लादेश में आने वाले चुनाव से पहले एक अच्छा माहौल बनाना ज़रूरी है. इसे हासिल करने के लिए, भारत के साथ बढ़ते तनाव को कम करना यूनुस सरकार के लिए बहुत ज़रूरी होगा.
चीन ने क्या कहा है?
बांग्लादेश में अशांति को लेकर चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “बांग्लादेश में जो हो रहा है वह दुखद है. बीजिंग बांग्लादेश में सुरक्षित, स्थिर और आसान पार्लियामेंट्री चुनाव चाहता है.”विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा, “हमारा मानना है कि चुनावों के ज़रिए, बांग्लादेश के अलग-अलग इलाके ज़रूरी पॉलिटिकल एजेंडा को ठीक से आगे बढ़ाएंगे. हम चाहते हैं कि हर कोई हिंसा छोड़ दे और देश की एकता और स्थिरता बनाए रखे.”
चीन ने अपने बयान में यूनुस या उनके आरोपों का ज़िक्र नहीं किया. शेख हसीना के हटने के बाद से बांग्लादेश की अंतरिम सरकार लगातार चीन के संपर्क में है. इस साल मई में चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस ने प्रेसिडेंट शी जिनपिंग से मुलाकात की थी. चीन दौरे के दौरान यूनुस ने चिकन नेक मुद्दे पर एक बयान दिया था. यूनुस ने कहा था कि अगर चीन चिकन नेक को बंद करने की कोशिश करता है तो बांग्लादेश उसका साथ देगा. इस बयान पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी.
किसके तरफ है अमेरिका?
अगस्त 2024 में जब शेख हसीना को हटाया गया, तो अमेरिका की भूमिका सामने आई. आवामी लीग के नेताओं ने खुले तौर पर तख्तापलट के लिए अमेरिका को दोषी ठहराया. शेख हसीना ने बार-बार अमेरिका पर यूनुस को सत्ता में लाने का आरोप लगाया है.
हसीना के मुताबिक, यूनुस को अमेरिका के कहने पर चीफ एडवाइजर बनाया गया था. अब जब बांग्लादेश में उथल-पुथल है, तो अमेरिका ने खुद को बेअसर कर लिया है. अमेरिका बांग्लादेश में न तो यूनुस के सपोर्ट में कोई बयान दे रहा है और न ही शेख हसीना के खिलाफ.
सोमवार (22 दिसंबर) को मोहम्मद यूनुस ने अमेरिका के स्पेशल दूत सर्जियो गोर से बात की. द डेली स्टार के मुताबिक, यूनुस ने शेख हसीना पर गंभीर आरोप लगाए. यूनुस ने कहा कि अवामी लीग के सदस्य माहौल खराब करने के लिए हिंसा भड़का रहे थे. हालांकि, गोर ने कोई कमेंट नहीं किया. उन्होंने शांतिपूर्ण चुनाव की वकालत की.
रूस ने क्या कहा?
बांग्लादेश में अशांति को लेकर रूस ने यूनुस सरकार की आलोचना की है. ढाका में रिपोर्टर्स से बात करते हुए रूसी राजदूत ने कहा कि बेहतर होगा कि बांग्लादेश जल्द ही भारत के साथ रिश्ते सुधार ले. रूसी राजदूत ने बातचीत के दौरान 1971 का ज़िक्र किया.
रूसी राजदूत के मुताबिक, बांग्लादेश भारत की वजह से बना था. रूस ने उस समय भारत और बांग्लादेश की मदद की थी. भारत के खिलाफ जाने से बांग्लादेश को कोई फायदा नहीं होगा.