Leena Nair Success Story: महाराष्ट्र के कोल्हापुर की रहने वाली लीना नायर को फॉर्च्यून पत्रिका की उन दस महिलाओं की सूची में शामिल किया गया है, जो यूरोपीय उद्योगों को नया आकार दे रही हैं. भारत के एक छोटे से शहर से दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित लक्जरी ब्रांडों में से एक का नेतृत्व करने तक का उनका उल्लेखनीय सफर उनकी असाधारण नेतृत्व क्षमता और दूरदर्शिता का उदाहरण है. नैयर ने यूनिलीवर में लगभग छह साल तक मुख्य मानव संसाधन अधिकारी के रूप में काम करने के बाद जनवरी 2022 में फ्रांसीसी लक्जरी ब्रांड चैनल के सीईओ का पदभार संभाला. फॉर्च्यून की 2024 की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में उन्हें 68वां स्थान प्राप्त है.
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
कोल्हापुर में जन्मीं नायर ने सांगली के वालचंद इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. एक प्रोफेसर द्वारा उनकी प्रबंधकीय क्षमता को पहचानने के बाद उन्होंने जमशेदपुर के एक्सएलआरआई में मानव संसाधन में एमबीए कार्यक्रम में दाखिला लिया, जहां उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया.
यूनिलीवर में शानदार करियर
नैयर ने हिंदुस्तान यूनिलीवर में एक प्रबंधन ट्रेनी के रूप में अपना करियर शुरू किया और कारखाने में काम करने वाली पहली महिला और रात्रि शिफ्ट में काम करने वाली पहली महिला बनीं. 30 सालों के कार्यकाल में वे यूनिलीवर में मुख्य मानव संसाधन अधिकारी के पद तक पहुंचीं, जहां उन्होंने 100 देशों में फैले 150,000 कर्मचारियों की देखरेख की. उनके नेतृत्व में यूनिलीवर ने अपने वैश्विक प्रबंधन में लैंगिक संतुलन हासिल किया. जनवरी 2022 में नायर को चैनल की वैश्विक सीईओ नियुक्त किया गया, जो एक अहम उपलब्धि थी. वह फ्रांसीसी लक्जरी हाउस का नेतृत्व करने वाली पहली महिला और पहली एशियाई थीं. उनकी नियुक्ति लक्जरी फैशन उद्योग में समावेशिता और विविधता की दिशा में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक थी.

फॉर्च्यून की सूची में स्थान
भारतीय महिलाओं में हमेशा से बड़े सपने देखने का साहस और उन सपनों को वैश्विक सफलता की कहानियों में बदलने की क्षमता रही है. वे जहां भी जाती हैं, केवल भाग नहीं लेतीं; वे नेतृत्व करती हैं, प्रेरणा देती हैं और खेल के नियमों को बदलने की क्षमता रखती हैं. प्रौद्योगिकी और मीडिया से लेकर शिक्षा और फैशन तक, भारतीय महिलाएं आत्मविश्वास और गरिमा के साथ अपनी छाप छोड़ रही हैं. ऐसा ही एक नाम जो विश्व मंच पर अपनी अलग पहचान रखता है, वह है लीना नायर.
उनकी यात्रा यह साबित करती है कि नेतृत्व इस बात पर निर्भर नहीं करता कि आप कहां से शुरुआत करते हैं, बल्कि इस बात पर निर्भर करता है कि आपका दृष्टिकोण आपको कितनी दूर तक ले जा सकता है. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2023 में पेरिस में लीना नायर से मुलाकात की तो यह एक औपचारिक मुलाकात से कहीं अधिक था. इसने वैश्विक व्यापार जगत में भारत की बढ़ती उपस्थिति और नेतृत्व को दर्शाया. नायर की कहानी सिखाती है कि विश्वास, कड़ी मेहनत और साहस के साथ दुनिया संभावनाओं से भरी है.