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ये कैसा आदर्श गांव? जहां स्कूल की बेंच पर बैठने से पहले पूछी जाती है जाति; अलवलपुर की सच्चाई आई सामने

Written By: Aksha Choudhary
Last Updated: December 24, 2025 02:44:32 IST

Caste Discrimination In School India: एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से गंभीर चिंता सामने आई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि  स्कूल में छात्रों के साथ जाति के आधार पर असमान व्यवहार किया जा रहा है, यह स्कूल अलावलपुर गांव में स्थित बताया जा रहा है, खास बात यह है कि अलावलपुर गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) के तहत देश के वरिष्ठ सांसद रवि शंकर प्रसाद द्वारा गोद लिया गया है, इस संदर्भ में यह अपेक्षा और भी अधिक बढ़ जाती है कि ऐसे गांवों में स्थित शैक्षणिक संस्थान समानता, समावेशन और सामाजिक न्याय के मूल्यों का पूरी निष्ठा से पालन करें, शिक्षा का उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान देना नहीं, बल्कि बच्चों में मानवीय मूल्यों, आपसी सम्मान और समान अधिकारों की भावना विकसित करना भी होता है, यदि किसी भी स्तर पर छात्रों के साथ जाति, पृष्ठभूमि या सामाजिक पहचान के आधार पर भेदभाव किया जाता है.

Caste Discrimination In School India: एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से गंभीर चिंता सामने आई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि  स्कूल में छात्रों के साथ जाति के आधार पर असमान व्यवहार किया जा रहा है, यह स्कूल अलावलपुर गांव में स्थित बताया जा रहा है, खास बात यह है कि अलावलपुर गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) के तहत देश के वरिष्ठ सांसद रवि शंकर प्रसाद द्वारा गोद लिया गया है, इस संदर्भ में यह अपेक्षा और भी अधिक बढ़ जाती है कि ऐसे गांवों में स्थित शैक्षणिक संस्थान समानता, समावेशन और सामाजिक न्याय के मूल्यों का पूरी निष्ठा से पालन करें, शिक्षा का उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान देना नहीं, बल्कि बच्चों में मानवीय मूल्यों, आपसी सम्मान और समान अधिकारों की भावना विकसित करना भी होता है, यदि किसी भी स्तर पर छात्रों के साथ जाति, पृष्ठभूमि या सामाजिक पहचान के आधार पर भेदभाव किया जाता है, तो यह न केवल संविधान की भावना के खिलाफ है, बल्कि बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है, इस मामले ने यह सवाल खड़ा किया है कि क्या स्कूल प्रशासन और संबंधित संस्थाएं बच्चों के लिए एक सुरक्षित, संवेदनशील और सम्मानजनक वातावरण सुनिश्चित कर पा रही हैं.

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