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Gold-Silver New Rates: साल 2025 खत्म होने वाला है, लेकिन इसके खत्म होने से पहले, कीमती धातुओं के बाजार में एक सुनामी आ गई है, जिससे निवेशक अमीर हो गए हैं. सोने और चांदी की कीमतों ने सभी ऐतिहासिक रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. जहां चांदी की कीमत सिर्फ पांच दिनों में ₹32,000 प्रति किलोग्राम से ज़्यादा बढ़ गई है, वहीं सोना भी ₹1.40 लाख प्रति 10 ग्राम के निशान को छूने वाला है.
चांदी की रॉकेट जैसी तेज़ी
2025 में, चांदी सबसे शानदार निवेश विकल्प (कमोडिटीज का हीरो) बनकर उभरी है. औद्योगिक मांग और वैश्विक संकेतों के कारण इसकी कीमतें आसमान छू रही हैं:
- MCX (फ्यूचर्स मार्केट): 19 दिसंबर को चांदी ₹2,08,439 पर थी, जो शुक्रवार तक बढ़कर ₹2,40,935 प्रति किलोग्राम हो गई. यह सिर्फ 5 दिनों में ₹32,496 की भारी बढ़ोतरी है.
- घरेलू बाज़ार (IBJA): स्पॉट मार्केट में, चांदी एक हफ्ते में ₹28,040 महंगी हो गई, और ₹2,28,107 प्रति किलोग्राम पर बंद हुई.
सोना और भी ज्यादा चमक रहा
सोने की चमक भी लगातार बढ़ रही है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर, 10 ग्राम सोने की कीमत एक हफ्ते में ₹5,744 बढ़ गई.
| सोने की क्वालिटी (IBJA) | नवीनतम दरें (प्रति 10 ग्राम) |
| 24 कैरेट (शुद्ध सोना) | ₹1,37,956 |
| 22 कैरेट (ज्वेलरी) | ₹1,34,650 |
| 18 कैरेट | ₹1,11,740 |
| 14 कैरेट | ₹88,980 |
बाज़ार विशेषज्ञों के अनुसार, इस तेज़ी के पीछे तीन मुख्य कारण हैं:
- कमज़ोर डॉलर: अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में अमेरिकी डॉलर की कमज़ोरी ने निवेशकों को सोने और चांदी की ओर आकर्षित किया है.
- अमेरिकी फेड दर में कटौती: अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने इसे एक सुरक्षित निवेश बना दिया है.
- औद्योगिक मांग: इलेक्ट्रॉनिक्स और सौर उद्योगों में चांदी की उच्च मांग ने इसकी कीमतों को बढ़ा दिया है.
खरीदारों के लिए महत्वपूर्ण नोट
अगर आप इस समय ज्वेलरी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो कृपया ध्यान दें कि ऊपर बताई गई दरों (IBJA) के अलावा, आपको 3% GST और मेकिंग चार्ज अलग से देना होगा. मेकिंग चार्ज ज्वैलर के हिसाब से अलग-अलग होते हैं, जिससे फाइनल कीमत और बढ़ जाती है.