Bangladesh Election: छात्र नेता उस्मान हादी के मौत के बैद से पूरे बांग्लादेश में हिंसा जारी है. लोग सड़को पर उतर गए हैं. वहीं देश में 12 फरवरी को संसदीय चुनाव होने वाले हैं. शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग इन चुनावों में भाग नहीं ले सकती है. क्योंकि सरकार ने पार्टी की गतिविधियों पर रोक लगा दिया है. और उसका पंजीकरण रद्द कर दिया है. इसी वजह से ऐसा माना जा रहा है कि अगामी चुनाव में बांग्लादेश नेशनल पार्टी (BNP) और जमात-ए-इस्लामी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है.
9 पार्टियों के साथ गठबंधन
बता दें कि जमात ने हाल ही में छात्रों के संगठन NCP (नेशनलिस्ट सिटिजन पार्टी) समेत 9 पार्टियों के साथ गठबंधन किया है. बता दें कि जमात ए इस्लामी पार्टी वही पार्टी है जो बांग्लादेश की अजादी के खिलाफ थी.
जमात ने 1971 में तब के पूर्वी पाकिस्तान के सेना की मदद की थी. जमात ने बलात्कार और हिंदुओं की हत्याओं में पाकिस्तानी सेना की मदद भी की थी. वहीं बाद में इस पार्टी के कई नेताओं को युद्ध अपराधों के लिए दोषी भी ठहराया गया. वहीं कुछ लोगों को तो फांसी तक दे दी गई थी. अस सवाल ये उठ रहा है कि क्या पाकिस्तान बांग्लादेश में जमात-ए-इस्लामी की सरकार बनाना चाहता है?
17 साल बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री का दौरा
तो चलिए जानते हैं कि इसके पीछे का सच क्या है. बता दें कि पाकिस्तान के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री इशाक डार ने 23 अगस्त को बांग्लादेश पहुंचे. वो दो दिन के दौरे पर यहां बांग्लादेश पहुंचे थे. ये किसी भी पाकिस्तानी विदेश मंत्री का 17 साल बाद बांग्लादेश का दौरा था. इस दौरे के दौरान जमात-ए-इस्लामी के डेलिगेशन ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री से मुलाकात की. ये मुलाकात यहीं नहीं रुकी इसके बाद इशाक ने जामत के मुखिया अमीर शफीकुर रहमान से उनके अवास पर मुलाकात की जो ढाका में है. बता दें कि रहमान ने हाल ही में दिल की सर्जरी कराई थी.
राजदूत इमरान हैदर ने किया मुलाकात
इशाक डार के बाद पाकिस्तान के राजदूत इमरान हैदर ने सितंबर में शफीकुर रहमान से मुलाकात की. यह मुलाकात जमात चीफ के ऑफिस में हुई. मुलाकात के बाद जमात के नेता सैयद अब्दुल्ला मोहम्मद ताहिर ने बताया कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी. बता दें कि जमात-ए-इस्लामी साल 2001 से 2006 के बीच बीएनपी के साथ गठबंधन में भी रह चुकी है. वहीं पाकिस्तानी हाई कमिश्नर इमरान हैदर ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस से भी मुलाकात की थी. ढाका के स्टेट गेस्ट हाउस में हुई इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया.