JSW MG Assured Buyback Program: एमजी मोटर इंडिया ने अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए एक बड़ा एश्योर्ड बायबैक प्रोग्राम अनाउंस किया. यह प्रोग्राम जिसे MG वैल्यू प्रॉमिस कहा जाता है, अब तीन, चार या पांच साल के आखिर में एश्योर्ड बायबैक ऑप्शन प्रदान करेगा. अब तक MG की बायबैक स्कीम तीन साल की अवधि तक सीमित थी. इसमें 60 फीसदी तक की गारंटीड रीसेल वैल्यू मिलती थी. लेटेस्ट अपडेट के साथ कंपनी ने कवरेज पीरियड को पांच साल तक बढ़ा दिया.
एश्योर्ड बायबैक प्रोग्राम क्या है?
इस स्कीम के तहत कस्टमर गाड़ी खरीदते वक्त तीन, चार या पांच साल की अवधि चुन सकते हैं. चुनी हुई अवधि के आखिर में मालिक या तो गाड़ी अपने पास रख सकते हैं या फिर एश्योर्ड रीसेल वैल्यू पाने के लिए उसे सरेंडर कर सकते हैं या नए MG मॉडल में अपग्रेड कर सकते हैं. बायबैक प्रोग्राम किसी खास फाइनेंस या लोन पैकेज से जुड़ा नहीं है. बता दें कि कस्टमर इसे अलग से चुन सकते हैं.
इन गाड़ियों पर होगा लागू
एश्योर्ड बायबैक ऑफ़र MG द्वारा भारत में बेची जा रही सभी तीन इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर लागू होता है. MG Comet EV, MG Windsor EV, और MG ZS EV इनमें शामिल हैं. इसके अलावा, MG ने कन्फर्म किया है कि MG, ZS, EV के कमर्शियल यूज़र भी बायबैक प्रोग्राम के लिए योग्य होंगे. हालांकि, यह तीन साल की अवधि या 60,000 km तक राडइ में से जो भी पहले हो तक सीमित है. MG का बायबैक प्रोग्राम लॉकटन इंडिया इंश्योरेंस ब्रोकिंग एंड एडवाइजरी लिमिटेड द्वारा ज़ूनो जनरल इंश्योरेंस के साथ पार्टनरशिप में चलाया जा रहा है.
इस स्कीम में शामिल मॉडल
MG के भारतीय पोर्टफोलियो में फिलहाल तीन EV हैं. MG विंडसर EV की कीमत 13.99 लाख रुपए से 18.39 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) के बीच है. इसे बैटरी-एज़-ए-सर्विस (BaaS) मॉडल के तहत भी पेश किया जाता है, जहां कीमतें 9.99 लाख रुपए से शुरू होती हैं, जिसमें बैटरी के इस्तेमाल का चार्ज 3.9 प्रति किमी है. MG कॉमेट EV की कीमत 7.49 लाख से 9.99 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) के बीच है, जिसमें BaaS ऑप्शन 4.99 लाख रुपए से शुरू होता है और बैटरी रेंटल 3.1 प्रति किमी है. MG ZS EV की कीमत 17.99 लाख से 20.49 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) के बीच है. जबकि, इसका BaaS वेरिएंट लगभग 13 लाख रुपए से शुरू होता है, जिसमें बैटरी रेंटल की कीमत 4.5 प्रति किमी है.
इस ऐलान पर कमेंट्स करते हुए JSW MG मोटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर अनुराग मेहरोत्रा ने कहा कि EV खरीददारों के लिए रीसेल वैल्यू चिंता का विषय बना हुआ है. उन्होंने कहा कि बायबैक प्रोग्राम से मन की शांति और लंबे वक्त तक ऑनरशिप की अनिश्चितता को कम करके इलेक्ट्रिक गाड़ियों को ज्यादा अपनाने के लिए डिजाइ किया गया है.