India News (इंडिया न्यूज़), Nikita Sareen, Election 2024: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शुक्रवार को लखनऊ पहुंच रहे हैं। भागवत चार दिन तक लखनऊ के दौरे पर रहेंगे। इससे पहले वह जुलाई में भी यूपी आए थे। इस दौरान उन्होंने तीन दिन तक पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों के महत्वपूर्ण मठ, मंदिरों के संतों और धर्माचार्यों से मुलाकात की थी। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण का काम अंतिम चरण में है और जनवरी में मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भी होनी है। एेसे में आरएसएस प्रमुख का यूपी पर फोकस महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राम मंदिर आरएसएस का कोर अजेंडा रहा है और उसके सहयोगी संगठन बीजेपी के सियासी उभार का आधार पर मंदिर आंदोलन रहा है। ऐसे में 2024 के चुनावों से पहले आरएसएस प्रमुख का यह दौरा महत्वपूर्ण है।
घोसी चुनाव में हार के बाद अब आरएसएस का फोकस दलितों और पिछड़ों के बीच पकड़ बढ़ाने पर फोकस हो गया है। अब आरएसएस गांवों में न्याय पंचायत स्तर तक शाखा विस्तार के साथ दलित और आदिवासी बस्तियों तक काम बढ़ाने पर भी काम कर रहा है। संघ का मुख्य उद्देश्य अपनी विचारधारा को हर न्याय पंचायत और दलित बस्ती तक पहुंचाना है। इसके लिए सभी न्याय पंचायत और दलित बस्तियों में प्रोग्राम शुरू होंगे। हाल ही में हुए संघ शिक्षा वर्ग से 250 शताब्दी विस्तारक निकाले गए हैं। अभी 1819 न्याय पंचायतों तक 2667 शाखाएं शुरू की जा सकी हैं। इन्हें और बढ़ाया जाना है।
इसके साथ ही जो लोग नियमित तौर पर संघ की शाखा पर नहीं जा सकते हैं, उन्हें साप्ताहिक मिलन या साप्ताहिक टोली का हिस्सा बनाया जाए। यह टोली मूल शाखा से अलग होगी और सप्ताह में या पंद्रह दिन में एक दिन शाखा पर जाएगी। इसके अलावा वह शाखा के क्षेत्र में सामाजिक कार्यों पर काम करेगी। इनमें दलित बस्तियों, आदिवासी बस्तियों में संपर्क के साथ पर्यावरण जागरूकता, नशे के खिलाफ अभियान, स्वास्थ्य और धार्मिक जागरूकता पर काम करेगी। यूपी में 80 लोकसभा सीटें हैं, इसलिए संघ का हर गांव तक पहुंचने का प्लान महत्वपूर्ण है।
लव जेहाद-घुसपैठ के मुद्दों पर होगा मंथन
19 सितंबर को आरएसएस के सह सर कार्यवाह अरुण कुमार के साथ बाकी सहयोगी संगठनों की बैठक हुई थी। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद और हिंदू जागरण मंच ने लव जिहाद और सीमावर्ती इलाकों में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठाया था तो किसान संघ ने छुट्टा पशुओं की समस्या को उठाया था। अब इस बैठक की रिपोर्ट भी संघ प्रमुख मोहन भागवत के सामने रखी जाएगी। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल स्कूल-कालेजों में जाकर लव जेहाद के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए संगोष्ठी और डिबेट कराने की तैयारी कर रहे हैं।
संघ इन मुद्दों को विस्तार देने पर मंथन करेगा। इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद 30 सितंबर से 10 अक्टूबर तक शौर्य यात्रा निकालने जा रही है। इन यात्राओं के जरिए विहिप गांव-गांव तक राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए माहौल बनाएगी। संघ प्रमुख मोहन भागवत 25 तक लखनऊ में रहेंगे। इस दौरान वह सीएम योगी आदित्यनाथ और मंत्रियों से भी मुलाकात कर सकते हैं।