India News (इंडिया न्यूज), Prashant Kishor News: जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर गुरुवार (02 जनवरी) को बीपीएससी छात्रों के साथ गांधी मैदान में गांधी प्रतिमा के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गए। उन्होंने बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मांग पूरी नहीं होने तक वे भूख हड़ताल पर बैठेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में पूरी शिक्षा व्यवस्था चौपट है। एक के बाद एक अलग-अलग परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं। डोमिसाइल नीति लागू की जानी चाहिए।
प्रशांत किशोर ने कहा, “मैं बिहार के युवाओं के साथ हो रहे अन्याय, भ्रष्ट प्रतियोगी परीक्षाओं के खिलाफ, बर्बाद हो चुकी शिक्षा व्यवस्था के खिलाफ यहां भूख हड़ताल पर बैठा हूं। जब तक युवाओं के साथ न्याय नहीं हो जाता, मैं यहां बैठूंगा।”
पांच सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठे प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया, “आधे से ज्यादा सीटों पर पहले ही डील हो चुकी है।” उन्होंने बीपीएससी में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच और दोबारा परीक्षा कराने की मांग की। प्रशांत किशोर ने कहा, “सरकार को 2015 के सात निश्चय के तहत बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “पिछले 10 वर्षों में प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई अनियमितताओं, पेपर लीक की जांच और दोषियों पर कार्रवाई पर श्वेत पत्र जारी किया जाना चाहिए। लोकतंत्र की जननी बिहार को लाठीतंत्र में तब्दील करने वाले दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। बिहार में सरकारी नौकरियों में बिहार के युवाओं की कम से कम दो तिहाई हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए डोमिसाइल नीति लागू की जानी चाहिए।”
जनसुराज के मास्टरमाइंड प्रशांत किशोर ने 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर बीपीएससी पीटी परीक्षा रद्द नहीं की गई तो वे 2 जनवरी से फिर से धरना पर बैठेंगे। इसके बाद आज जब सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई तो उन्होंने अपने वादे के मुताबिक गुरुवार से धरना शुरू कर दिया।