इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
देश में महंगाई इस बार जमकर तांडव मचा रही है। छोटी से लेकर बड़ी हर चीज के दामों में इजाफा हो रहा है। कभी न बढ़ने वाले नींबू के दाम इस बार की गर्मियों में रिकार्ड तोड़ रहे हैं। राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और अन्य कई राज्यों में नींबू के दाम (Lemon Price) 250 से 300 रुपए प्रतिकिलो हैं।
इसलिए बढ़ रहे नींबू के दाम
नींबू के दाम बढ़ने के 2 मुख्य कारण बताए जा रहे हैं। एक तो पहले ही नींबू की फसल कम पैदा होती है। वहीं इस बार नींबू की फसल पर मौसम की मार भी पड़ी है। खराब मौसम के कारण 2 बार नींबू की फसल खराब हो चुकी है। दूसरा गुजरात में नींबू की फसल को प्रभावित करने वाले चक्रवात के कारण आपूर्ति में कमी आई है। पंजाब में गुजरात और अन्य राज्यों से नींबू आता है, लेकिन वहां विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं और चक्रवात के कारण नींबू की उपज प्रभावित हुई है। इससे उसकी आपूर्ति में भी कमी आई है।
आपूर्ति कम होने से नींबू का सुरक्षित भंडार कम
सब्जी कारोबारी विकास कुमार बताते हैं कि आपूर्ति कम होने से नींबू का सुरक्षित भंडार कम हो गया है। इसके अलावा डीजल-पेट्रोल की ऊंची कीमतों से परिवहन लागत भी बढ़ी है। इस कारण कीमतें बढ़ी हुई हैं। हालांकि वे उम्मीद भी जताते हैं कि कुछ वक्त गुजरते ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।
इस बीच, किसान और व्यापारी इसे सबसे दुर्लभ वर्षों में से एक मान रहे हैं, जब लगातार दो मौसमों में फसल खराब हुई है। सितंबर, अक्टूबर में बारिश से नींबू की खेती प्रभावित हुई। जबकि इस साल फरवरी, मार्च में उच्च तापमान के कारण छोटे फल गिर गए। इससे उपज में गिरावट आई।
कई रेस्टोरेंट्स में नींबू परोसना बंद
ऊंची कीमतों ने नींबू के उपयोग में कटौती शुरू हो गई है। सड़क किनारे ढाबों और भोजनालयों ने नींबू परोसना बंद कर दिया है। छोटे रेस्टोरेंट, कैंटीन आदि ने लेमन ड्रिंक्स के दाम बढ़ा दिए हैं, जबकि उसे सलाद की प्लेट से हटा दिया है। वहीं शिकंजी और चाट विक्रेताओं को नुकसान उठाना पड़ रहा है। बड़े होटल और रेस्तरां मुनाफे में कटौती करके नींबू परोस रहे हैं।
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