इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
Mutual Funds Tips in Hindi म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना इस समय में काफी आसान हो गया है। बच्चे की पढ़ाई से लेकर शादी, रिटायरमेंट प्लानिंग और विदेश टूर हर तरह की जरूरतों के लिए म्यूचअल फंड स्कीम्स मौजूद हैं। इनमें निवेशक अपनी जोखिम उठाने की क्षमता के मुताबिक इन्वेस्ट कर सकता है।
Mutual Funds Tips in Hindi
हर महीने महज 100 रुपये की रकढ से इन्वेस्ट शुरू किया जा सकता है। म्यूचुअल फंड निवेश को अगर लंबे समय तक बनाए रखा जाए तो कम्पाउंडिंग का जबरदस्त फायदा मिलता है। अगर आप भी म्यूचुअल फंड में निवेश के जरिए बंपर रिटर्न पाने का प्लान बना रहे हैं, तो इन टिप्स को जरूर फोलो करें।
जब आप म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करते है तो सबसे पहले तो आपको पता होना जरूरी है कि इसके पीछे आपका लक्ष्य क्या है। यानी, आप किस फाइनेंशियल जरूरत जैसे कि चाइल्ड एजुकेशन, मैरेज या वकेशन को पूरा करने के लिए इन्वेस्ट करना चाहते हैं, उसे जरूर निर्धारित कर लें।
म्यूचअल फंड्स की कई स्कीम्स हैं। हर एसेट क्लास के लिए फंड हैं। अब इसमें जरूरी बात यह है कि आप दूसरे की देखकर अपने लिए प्लान चुनने से बचे। अपने लिए बेहतर स्कीम सलेक्ट करने का सबसे बेहतर रास्ता यह है कि अपने गोल टेन्योर और रिस्क प्रोफाइल, यानी आपको कितने समय बाद फंड की जरूरत है और आप कितना जोखिम उठा सकते हैं।
म्यूचुअल फंड्स के जरिए अगर आप लॉन्ग टर्म में बड़ा फंड बनाना चाहते हैं, तो SIP के जरिए इन्वेस्ट बेस्ट तरीका हो सकता है। SIP के जरिए स्मॉल फंड से इन्वेस्ट करना शुरू कर सकते हैं। इसमें जहां कम्पाउंडिंग का फायदा मिलता है, वहीं रिटर्न पर महंगाई का असर नहीं होता है। आपका रिटर्न महंगाई दर को मात देने में सफल रहता है।
आमतौर पर यह देखा जाता है कि शेयर बाजार में वॉलेटिलिटी पर निवेशक SIP बंद कर देते हैं। जबकि, मार्केट में उतार-चढ़ाव को देखकर कभी भी एसआईपी बंद नहीं करनी चाहिए। यह सबसे जरूरी बात है। इससे आपको रुपये की कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा होगा। इसलिए लॉन्ग टर्म के लिए अपनी SIP को बनाए रखनी चाहिए।
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