Hindi News / Business News / Rupee Depreciates Against Dollar Weakens By 10 Paise

डॉलर के मुकाबले रुपया धड़ाम, 10 पैसे हुआ कमजोर

इंडिया न्यूज, Rupee Depreciates : हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन एक ओर शेयर बाजार में भारी बिकवाली आई है तो वहीं करंसी बाजार में रुपया भी डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ है। शुरूआती कारोबार के दौरान विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया आज 10 पैसे की कमजोरी के साथ 79.80 रुपये के स्तर […]

BY: Bharat Mehndiratta • UPDATED :
Advertisement · Scroll to continue
Advertisement · Scroll to continue

इंडिया न्यूज, Rupee Depreciates : हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन एक ओर शेयर बाजार में भारी बिकवाली आई है तो वहीं करंसी बाजार में रुपया भी डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ है। शुरूआती कारोबार के दौरान विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया आज 10 पैसे की कमजोरी के साथ 79.80 रुपये के स्तर पर खुला। वहीं, गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे की कमजोरी के साथ 79.70 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।

आखिरी 5 दिनों में कैसा रहा रुपये का क्लोजिंग लेवल

बीते दिन वीरवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे की कमजोरी के साथ 79.70 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। इससे पहले बुधवार को रुपया 29 पैसे कमजोर होकर 79.44 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। मंगलवार को रुपया 38 में पैसे की मजबूती आई थी और यह 79.15 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे की मजबूती के साथ 79.52 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।

विश्व इकोनॉमी में कितनी है महिलाओं की भागीदारी? जानिए किस देश में सबसे ज्यादा कमा रही हैं स्त्रियां?

Rupee Depreciates

Rupee Vs Dollar

डॉलर महंगा होने पर क्या असर होता है

डॉलर महंगा या सस्ता होने पर देश के आयात पर सीधा असर करता है। जैसे कि भारत अपनी जरूरत का लगभग 80 फीसदी क्रूड आॅयल आयात करता है। इसका भुगतान डॉलर में करना होता है। यदि डॉलर महंगा होता है तो हमें ज्यादा कीमत देनी पड़ती है। भारत को काफी ज्यादा खर्च करना पड़ता है। इससे देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव बनाता है और इस कारण रुपये की कीमत भी प्रभावित होती है। वहीं यदि डॉलर सस्ता होता है तो खर्चा कम होता है। इससे राहत मिलती है। प्रतिदिन डॉलर में उतार चढ़ाव के कारण रुपये की स्थिति बदलती रहती है।

कैसे तय होते हैं रुपय के दाम

रुपय के दाम किसी व्यक्ति विशेष के हाथ में नहीं होता है। यह लोगों की मांग पर निर्भर करत है। इस पर बाजार के उतार-चढ़ाव, देश का विदेशी मुद्रा भंडार, देश की अर्थव्यवस्था का असर होता है। यानि कि रुपए की कीमत इसकी खरीद-फरोख्त पर निर्भर करती है। रुपए की मांग जितनी ज्यादा होती है, इसके दाम डॉलर की तुलना में रुपए की कीमत उतने ही अधिक होंगे लेकिन यदि रुपए की मांग कम होगी तो डॉलर की तुलना में इसकी कीमत कम हो जाएगी।

ये भी पढ़ें : तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक की स्टॉक मार्केट पर लिस्टिंग कमजोर

ये भी पढ़ें : 700 अंकों की गिरावट के साथ सेंसेक्स फिर से 60 हजार के नीचे, आईटी शेयरों में बिकवाली से बढ़ा दबाव

ये भी पढ़ें : 22 सितम्बर से बंद हो जाएगा ये बैंक, फटाफट निकाल लें अपनी रकम

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube

Tags:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

Advertisement · Scroll to continue

लेटेस्ट खबरें

Advertisement · Scroll to continue