संबंधित खबरें
भारत में कैसे करोड़पति बन रहे 30 की उम्र के लोग? 2030 तक होने वाला है बड़ा धमाका, जानें कमाई के 3 जबरदस्त तरीके
निर्मला सीतारमण ने भगोड़े विजय माल्या को खून के आंसू रुलाया, कैसे विदेश में बैठे क्रिमिनल को निचोड़ा? खुद सुनाया दोगुने लगान का दर्द
हाईकोर्ट ने धारावी झुग्गी बस्ती के पुनर्विकास के लिए Adani Group को दिए गए टेंडर को रखा बरकरार
Adani की सकारात्मकता के मुरीद हुए Kapil Dev, टीम इंडिया को दी सीख लेने की नसीहत
कौन हैं विधि सांघवी जो चलाती हैं ₹44,820 करोड़ की कंपनी? इनके नेतृत्व में रॉकेट की रफ्तार से भर रही है उड़ान, मुकेश अंबानी से है खास कनेक्शन
अदाणी समूह ने 'We Do It' अभियान की घोषणा की, जाने कैसे आम लोगों को मिलेगी इससे मदद?
इंडिया न्यूज, Rupee Opened : हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन भारतीय करंसी डॉलर के मुकाबले कमजोर हुई है। विदेशी मुद्रा भंडार में रुपया 5 पैसे की कमजोरी के साथ 79.80 रुपये के स्तर पर खुला। इससे पहले मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे की मजबूती के साथ 79.75 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
रुपये की कमजोरी को थामने क लिए आरबीआई कई तरह के ठोस कदम उठाता है। हालांकि अभी की कमजोरी का मुख्य कारण अमेरिकी फेड की नीतियों को माना जा रहा है। आज फेड की पॉलिसी का रिजल्ट आएगा। अनुमान है कि फेड चेयर जेरोम पॉवेल की अध्यक्षता वाली कमेटी ब्याज दरों में 75 बीपीएस की बढ़ोतरी की घोषणा कर सकती है। इसी के तहत विश्व के अधिकतर शेयर बाजारों में सतर्कता देखी जा रही है।
बीते दिन मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे की मजबूती के साथ 79.75 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 3 पैसे की कमजोरी के साथ 79.77 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं शुक्रवार को रुपये में 4 पैसे की कमजोरी आई थी और यह 79.74 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। वीरवार डॉलर के मुकाबले रुपये में 26 पैसे की बड़ी कमजोरी आई थी और यह 79.70 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था।
डॉलर महंगा या सस्ता होने पर देश के आयात पर सीधा असर करता है। जैसे कि भारत अपनी जरूरत का लगभग 80 फीसदी क्रूड आयल आयात करता है। इसका भुगतान डॉलर में करना होता है। यदि डॉलर महंगा होता है तो हमें ज्यादा कीमत देनी पड़ती है। भारत को काफी ज्यादा खर्च करना पड़ता है। इससे देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव बनाता है और इस कारण रुपये की कीमत भी प्रभावित होती है। वहीं यदि डॉलर सस्ता होता है तो खर्चा कम होता है। इससे राहत मिलती है। प्रतिदिन डॉलर में उतार चढ़ाव के कारण रुपये की स्थिति बदलती रहती है।
ये भी पढ़ें : अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले से तय होगी शेयर बाजार की चाल
ये भी पढ़ें : 22 सितम्बर से बंद हो जाएगा ये बैंक, फटाफट निकाल लें अपनी रकम
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.