संबंधित खबरें
Ambani और Adani 100 बिलियन डॉलर के क्लब से बाहर, एक साल के भीतर कैसे हो गया यह उलटफेर?
PF Withdrawal Rule: साल 2025 के शुरू होते ही ATM से निकलेगा PF का पैसा! पहले से भी ज्यादा ईजी होने वाला है प्रोसेस, जानें कैसे?
भारतीय अर्थव्यवस्था ने पार किया एक और मील का पत्थर, विदेशी इन्वेस्टर्स के लिए बना 'Favorite', चीन के निकले आंसू
अडानी समूह श्रीलंकाई बंदरगाह परियोजना के वित्तपोषण के लिए अपने संसाधनों का करेगा उपयोग
दो बैंक अकाउंट्स वालों के लिए मुसीबत! लगेगा तगड़ा जुर्मान? RBI के ऐलान पर मचा हड़कंप
राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में करण अडानी ने किया बड़ा ऐलान, राज्य में कि जाएगी 7.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश
इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
What is Tokenization आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने साल 2022 से दो जरूरी बदलाव करने का फैसला किया है। अब आपको ऑनलाइन खरीदारी करते समय हर बार क्रेडिट या डेबिट कार्ड का पूरा ब्योरा दर्ज करना पड़ेगा । ई-कॉमर्स वेबसाइट अब यूजर की जानकारी नहीं रखेगा । दूसरा बदलाव की बात करे तो अब आप टोकन नंबर ले सकेंगे जिससे आपको बार-बार कार्ड का ब्योरा दर्ज करवाने की जरूरत नही पड़ेगी। टोकनाइजेशन की यह सुविधा 30 जून के बाद लागू होगी ।
आज के सिस्टम में ऑनलाइन खरीदारी करते समय ई-कॉमर्स साइट आपके कार्ड की जानकारी सुरक्षित रख लेती हैं। भुगतान करते समय आपको केवल सीवीवी नंबर और एक्सपायरी डेट दर्ज करनी होती है। इसके चलते डाटा चोरी होने पर साइबर धोखाधड़ी का खतरा हमेशा बना रहता है। परंतु अब आपको हर बार ब्योरा दर्ज करवाने की जरूरत नही पडेगी।
आपके कार्ड की जानकारी को यूनिक वैकल्पिक कोड में बदल दिया जाएगा। इस कोड की मदद से भुगतान संभव हो सकेगा। इस प्रक्रिया में भी आपको अपने कार्ड के सीवीवी नंबर और वन टाइम पासवर्ड की जरूरत पड़ेगी। इसके अलावा अतिरिक्त सत्यापन के लिए भी सहमति देनी होगी। (What is Tokenization)
यदि आपको डिजिटल भुगतान करना है तो सबसे पहले आपको टोकन नंबर चुनना होगा। इस प्रक्रिया के बाद आपके कार्ड की जानकारी को टोकन नंबर में परिवर्तित कर दिया जाएगा। आपकी सहमति लेकर अनुरोध भेजा जाएगा। इसके बाद आपको कार्ड नंबर की बजाय टोकन नंबर दिया जाएगा। इसकी मदद से भुगतान कर पाएंगे। खास बात यह है कि अलग-अलग वेबसाइट के लिए एक ही कार्ड के लिए अलग-अलग टोकन नंबर जारी किए जाएगा। (What is Tokenization)
ऑनलाइन खरीदारी करते समय ई-कॉमर्स वेबसाइट बिना आपकी सहमति के कार्ड की जानकारी को सुरक्षित रख लेती हैं। कई साइटों पर तो इन्हें हटाने का विकल्प भी नहीं होता। ऐसे में डाटा चोरी होने का खतरा बढ़ जाता था। नई व्यवस्था में कार्ड का विवरण इनक्रिप्टेड ढंग से सुरक्षित किया जाएगा, जिससे डाटा चोरी होने का खतरा कम हो जाएगा।
जो व्यक्ति केवल मोबाइल फोन या टैबलेट कंप्यूटर के माध्यम से लेनदेन के लिए अपने कार्ड को टोकन कर सकते हैं। ऑनलाइन खरीददारी व भुगतान का समर्थन करने वाली स्मार्ट घड़ियों या अन्य स्मार्ट उपकरणों को अभी तक कार्ड टोकन के दायरे में शामिल नहीं किया गया है।
Also Read : Whatsapp Web Privacy में हुआ बदलाव, मिलेंगे ये नए फीचर्स
Also Read : HD स्ट्रीमिंग सपोर्ट के साथ Disney+ Hotstar जल्द पेश कर सकता है दो नए प्लान्स
Also Read : Netflix New Plans नेटफ्लिक्स ने जारी किए नए प्लान्स, 149 से होगी शुरुआत
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.