इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Attention! These are the Symptoms of the new Variant of Corona : कोरोना के नए ओमीक्रॉन वेरिएंट मिलने से लोगों के बीच खलबली है। इसके लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है। आईये हम आपको इसके लक्षणों से अवगत करा देते हैं, जिससे कि आपको जानलेवा परेशानी का सामना न करना पड़े।
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देश में ओमिक्रोन वेरियंट के लिए अलर्ट जारी हो गया है। अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटों पर फिर से विचार किया जा रहा है। इस बीच दक्षिण अफ्रीका से महाराष्ट्र लौटा एक शख्स कोरोना संक्रमित पाया गया है। रिपोर्ट सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासन तक में हड़कंप मच गया है। हालांकि, संक्रमित व्यक्ति में अभी तक ओमिक्रॉन वेरियंट की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन उसे आइसोलेशन में भेज दिया गया है।
ओमिक्रोन वेरियंट से उन लोगों को ज्यादा खतरा है जो पहले कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। अभी ये स्पष्ट नहीं हुआ है कि डेल्टा और दूसरे वेरियंट के मुकाबले ओमिक्रोन आसानी से फैलने वाला है या नहीं। अभी आरटी-पीसीआर टेस्ट से इसका पता लगाया जा सकता है। ये कितना घातक है अभी इसका भी पता नहीं चल पाया है।
दक्षिण अफ्रीका समेत अन्य देशों में ओमिक्रॉन इंफेक्शन के प्रारंभिक विश्लेषण के आधार पर इसे डेल्टा वेरियंट से ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है। डेल्टा वही वेरियंट है, जिसने भारत में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान तबाही मचाकर रख दी थी। यह वेरियंट इम्यून सिस्टम को भी चकमा दे सकता है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओमिक्रोन पिछले वेरियंट्स से ज्यादा संक्रामक है और वैक्सीनेशन या नेचुरल इंफेक्शन से होने वाले इम्यून रिस्पॉन्स को भी बेअसर कर सकता है।
ओमिक्रोन वैक्सीनेशन सहित मौजूदा काउंटर-उपायों को इलाज के दौर पर इस्तेमाल करने और इसके प्रभावों को समझने पर काम कर रहा है। संगठन का कहना है कि कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स और रिसेप्टर ब्लॉकर्स अभी भी गंभीर कोविड -19 के मरीजों के लिए प्रभावी है। हालांकि दूसरे उपचारों का मूल्यांकन अभी किया जा रहा है।
डेल्टा वेरियंट पर मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थैरेपी असर दिखाती है। डेल्टा प्लस वेरियंट पर इस थैरेपी का कोई असर नहीं। जो कि कोविड-19 इंफेक्शन के शुरुआती चरणों में एक चमत्कारी इलाज माना जाता है। डेल्टा प्लस वेरियंट के बाद ओमिक्रॉन दूसरा ऐसा वेरियंट है जिस पर मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले ओमिक्रॉन वेरियंट की पहचान करने वाली डॉक्टर एंजेलीके कोएट्जी ने बीबीसी के हवाले से कहा, ‘मैंने इसके लक्षण सबसे पहले कम उम्र के एक शख्स में देखे थे जो तकरीबन 30 साल का था।’ उन्होंने बताया कि मरीज को बहुत ज्यादा थकावट रहती थी।
उसे हल्के सिरदर्द के साथ पूरे शरीर में दर्द की शिकायत थी। उसे गला छिलने जैसी दिक्कत भी थी। हालांकि, उसे ना तो खांसी थी और ना ही लॉस आॅफ टेस्ट एंड स्मैल (स्वाद और गंध की क्षमता खत्म होना) जैसा कोई लक्षण दिख रहा था। हालांकि, डॉक्टर ने मरीजों के एक छोटे से समूह को देखकर ही ये प्रतिक्रिया दी थी।
कोरोना का नया वेरियंट ओमिक्रॉन अभी तक बेल्जियम, इस्राइल, जर्मनी, आॅस्ट्रेलिया, बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन समेत दुनिया के 10 देशों में फैल चुका है। इसके बाद कई देशों ने अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं। इस्राइल ने तो इस नए वेरियंट के कारण अपनी सीमाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया है।
Attention! These are the Symptoms of the New Variant
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