इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Corona Vaccine Antibodies: कोरोना वायरस से (coronavirus infection) बचने के लिए विश्वभर में ना जाने कितनी तरह की वैक्सीन बन चुकी हैं। हालांकि एंटीबॉडीज और इम्यूनिटी को लेकर समय-समय पर स्ट्डी होती रहती है। ये पता लगाने के लिए हाल ही में अमेरिका के सेंट ज्यूड चिल्ड्रंस रिसर्च हॉस्पिटल में एक रिसर्च हुई है, जिसमें सिर्फ कोरोना संक्रमित, सिर्फ वैक्सीनेटेड और संक्रमण के बाद वैक्सीनेटेड लोगों को शामिल किया गया है। अभी तक संक्रमण के बाद वैक्सीन लेकर पैदा हुई इम्यूनिटी सुपर इम्यूनिटी( Both Together Create ‘super Immunity) कहा जा रहा था लेकिन अलग-अलग देखें तो कौन सी बेहतर है। वैक्सीन या संक्रमण किसके बाद ज्यादा एंटीबॉडीज बनती हैं, आइए जानते हैं। (corona infection antibodies)
इस स्टडी में शामिल लोगों को तीन कैटेगरीज में बांटा गया। पहली कैटेगरी में 120 ऐसे लोगों को रखा गया जिन्हें कोरोना हुआ पर वैक्सीन नहीं लगी। दूसरी कैटेगरी में 237 ऐसे लोग रखे गए जिन्होंने कोरोना की एमआरएनए वैक्सीन (जैसे- फाइजर और मॉडर्ना) ले रखी थी। तीसरी कैटेगरी में 42 लोग थे जिन्हें कोरोना भी हुआ और वैक्सीन भी लगी।
एक रिपोर्ट अनुसार कोरोना संक्रमण के बाद वैक्सीन लगवाने से शरीर में हाइब्रिड इम्यूनिटी (सुपर इम्यूनिटी) बनती है। यही वजह है कि इसके बाद बनी एंटीबॉडीज की संख्या ज्यादा होती है। सिर्फ वैक्सीनेशन या संक्रमण होने पर शरीर में एंटीबॉडीज की संख्या कम होती है। इसलिए चाहे संक्रमण हुआ हो या न हुआ हो, सभी को कोरोना के खिलाफ वैक्सीन लेने की सलाह दी जाती है।
Corona Vaccine Antibodies
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