इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Omicron: दक्षिण अफ्रीका में मिला कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) दुनियाभर में फैला गया है। वहीं ब्रिटेन में इस वेरिएंट से पहली मौत हुई है। ब्रिटेन (UK) के पीएम बोरिस जॉनसन ने इसकी पुष्टि करते हुए सभी लोगों से सावधानी बरतने को कहा है।
ब्रिटेन में बीते शनिवार को 54,073 नए मामलों की घोषणा की गई, जिसमें ओमिक्रॉन के 633 मामले शामिल हैं। वैज्ञानिकिों की रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन में फिलहाल हर दो से चार दिन में संक्रमित लोगों की संख्या दोगुनी हो गई है। आइए जानते हैं ब्रिटेन और बाकी यूरोपीय देशों में किस तरह केस बढ़ रहे हैं। भारत में ओमिक्रॉन अब तक आठ राज्यों में फैल चुका है।
corona Vaccine: ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका के रिसर्चर्स की इस स्टडी में दावा किया गया है कि अगर सावधानियां नहीं बरती गईं, तो ब्रिटेन में अप्रैल 2022 तक 25 से 75 हजार मौतें हो सकती हैं। ब्रिटेन पहले से ही कोरोना (new Corona variant) के बढ़ते केस से जूझ रहा है। वहां बढ़ते केस के बाद रविवार को प्रधानमंत्री जॉनसन ने देश को संबोधित करते हुए दिसंबर अंत तक 18+ आबादी को बूस्टर डोज देने का टारगेट सेट किया है।
लंदन स्कूल आफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन और स्टेलेनबोश यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स से स्टडी पता चला है कि ओमिक्रॉन पर वैक्सीन के बेअसर होने का खतरा है और इस पर बूस्टर डोज कितना कारगर होगा ये भी अभी पता नहीं है। रिसर्चर्स ने इन्हीं दो पैमानों के आधार पर अलग-अलग परिस्थितियों में ओमिक्रॉन किस तरह नए केस और मौतों को बढ़ा सकता है, इसका आंकलन किया है।
कोरोना (corona virus) के नए केस से ब्रिटेन समेत यूरोप के कई देश परेशान हैं। ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के अब तक तीन हजार से भी ज्यादा केस मिल चुके हैं। ब्रिटेन ने बीते रविवार को कोरोना के अलर्ट लेवल को तीन से बढ़ाकर चार लेवल पर कर दिया है। अलर्ट लेवल चार का मतलब है कि कोरोना का ट्रांसमिशन ज्यादा है, जिसका सीधा असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है। इससे पहले मई में लेवल चार का अलर्ट जारी किया गया था।
covid 19: ब्रिटेन में स्वास्थ्य विशेषज्ञ चेतावनी दे चुके हैं कि अगर इसी तरह से केस बढ़ते रहे तो स्वास्थ्य सेवाएं घुटनों पर आ जाएंगी। कोरोना की वजह से ब्रिटेन में नॉर्मल बीमारियों के इलाज की वेटिंग लिस्ट 50 लाख से ऊपर जा चुकी है। बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को दिसंबर अंत तक बूस्टर डोज देने का टारगेट रखा है। इससे पहले ये टारगेट जनवरी 2022 तक का था।
जानकारी के अनुसार भारत में अब तक आठ राज्यों में ओमिक्रॉन ने अपने पैर पसारे हैं, जिसमें राजस्थान, दिल्ली, चंडीगढ़, केरल, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश शामिल है। भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट के अब तक 38 मामले मिले हैं। बीते रविवार को पांच राज्यों में पांच नए मामले मिले।
केरल के कोच्चि में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज बताया कि संक्रमित व्यक्ति 6 दिसंबर को यूके से कोच्चि लौटा था। वह 8 दिसंबर को हुए कोविड टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया था। उसकी पत्नी और मां की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। महाराष्ट्र के नागपुर में ओमिक्रॉन के पहले और कर्नाटक में तीसरे केस की पुष्टि हुई है। चंडीगढ़ और आंध्र प्रदेश में भी ओमिक्रॉन के नए संक्रमितों की पहचान हुई है।
दुनियाभर में मिल रहे हर 100 नए केस में से करीब 64 केस अकेले यूरोप में आ रहे हैं। हर तीन दिन में करीब 10 लाख नए केस मिल रहे हैं। मोनाको, फिनलैंड, फ्रांस और डेनमार्क समेत यूरोप के सात देश ऐसे हैं, जहां नए केस अपने पीक पर हैं। यूरोप में नए कोरोना केस का सात दिन का औसत भी अब तक के पीक पर पहुंच चुका है। वहीं फ्रांस में हर दिन 48 हजार से ज्यादा नए केस आ रहे हैं। ये पिछले साल सात नवंबर के बाद से अब तक के सबसे ज्यादा केस हैं।
पोलैंड में नए केस के साथ मौतें भी बढ़ी हैं। यहां पिछले तीन हफ्तों से हर दिन औसतन 120 से भी ज्यादा मौतें हो रही हैं। हर दिन औसतन 22 हजार नए मामले मिल रहे हैं, जो अप्रैल के बाद सबसे ज्यादा है। जर्मनी में नवंबर के आखिरी हफ्ते के बाद केस कम होने लगे हैं। नवंबर के आखिरी हफ्ते में जहां हर रोज औसतन 58 हजार केस आ रहे थे, जो अब कम होकर 50 हजार के आसपास आ गए हैं। हालांकि, केस की रफ्तार अभी भी सबसे ज्यादा है।
Read More :Corona Update देश में कोरोना के 7,992 नए मामले, 393 मरीजों की मौत