असम में बाल विवाह को लेकर हो रही गिरफ्तारी के बीच एक महिला ने शनिवार 4 फरवरी को आत्महत्या कर ली, पीड़िता इस डर में थी कि उसके पिता भी अरेस्ट हो जाएंगे क्योंकि उन्होंने उसकी शादी नाबलिग रहने के दौरान की थी। असम सरकार इन दिनों उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है, जिन्होंने 14 साल की कम उम्र की बच्ची से शादी की और बाद उनके साथ शारीरिक संबंध भी बनाए। राज्य भर में ऐसा करने वाले 2258 पुरुषों को गिरफ्तार किया है।
दूसरी और एक अन्य मामले में एक महिला ने पुलिस स्टेशन पर आकर धमकी दी कि अगर उनके पिता और पति को नहीं छोड़ा तो वो आत्महत्या कर लेंगी।
धुबरी जिले के तमरहाट सैंकड़ों की संख्या में महिलाओं ने पुलिस स्टेशन का घेराव किया और बाद में हाईवे को भी बंद किया। प्रदर्शन कर रही महिलाएं मांग कर रहीं थी कि बाल विवाह के आरोप में गिरफ्तार उनके पति को छोड़ा दिया जाए।
सीएम हेमंत बिस्वा शर्मा ने अपने बयान में कहा था कि मां बनने के लिए 22 साल से 30 साल के बीच की उम्र सबसे सही होती है। उनका यह बयान सरकार के उस फैसले के बाद आया था, जिसके अंतर्गत बाल विवाह और बच्चियों के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न पर लगाम लगाने को लेकर जोर दिया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि आने वाले पांच से छह महीनों में ऐसे हजारों पतियों को गिरफ्तार किया जाएगा, जिन्होंने 14 साल से कम उम्र की लड़की से शादी की और बाद में उनके साथ संबंध बनाए। 14 साल से कम उम्र की लड़की के साथ शादी होने के बावजूद भी ऐसा करना अब अपराध है। कानून के हिसाब से लड़की की शादी की उम्र 18 साल या इससे ऊपर होना चाहिए। जिन्होंने इससे उम्र की लड़कियों से शादी की है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।