Air Quality
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
दीपों का पर्व दीपावली पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। वहीं लोगों ने पटाखें भी खूब फोड़े। हालांकि देश में इस बार न केवल पोटाशियम वाले पटाखें बल्कि ग्रीन पटाखें भी बैन थे, इसके बावजूद दिवाली की रात खूब आतिशबाजी होती देखी गई। इसका असर आज सुबह दिल्ली व आसपास के कई हिस्सों में देखा गया, जहां सुबह से ही दमघोंटू धुंध छाई हुई है। दिल्ली एनसीआर में हवा काफी जहरीली हो गई है।
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बहुत खराब स्तर में पहुंच गया है। स्माग के कारण लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। कुछ जगह तो विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम दिखी। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में आज सुबह पीएम 2.5 का स्तर 650 तक पहुंच गया। वहीं वायु गुणवत्ता सतर 446 तक है जोकि काफी खराब श्रेणी में आता है।
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कुछ जगहों पर वायु प्रदूषण का स्तर 400 के पार है। वहीं वायुमंडल में प्रदूषकों के बढ़ने के कारण लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कतें झेलनी पड़ीं और लोगों को घर के अंदर भी सांस लेने में तकलीफ हो रही है। ऐसा होने पर लोगों को पानी अधिक मात्रा में लेना चाहिए। हर किसी को एक दिन में 10-12 ग्लास पानी पीना चाहिए।
बता दें कि दिल्ली में न केवल दिवाली के बाद बल्कि 2 दिन पहले से प्रदूषण का लेवल काफी बढ़ गया था। इसका कारण पराली का जलना बताया जा रहा था, जिस कारण 2 दिन पहले ही यहां की हवा जहरीली होनी शुरू हो गई थी। पहले से अनुमान जताया गया था कि आसपास के कई क्षेत्रों में जली पराली का धुआं 2 दिन तक दिल्ली पहुंच सकता है, वहीं दिवाली की रात से पटाखे और आतिशबाजी से निकलने वाले धुएं से वायु प्रदूषण का असर और भी दिखना शुरू हो गया।
इससे पहले वीरवार सुबह से ही आसमान में धुंध छाई हुई थी। दिल्ली में हवा का स्तर खराब होकर 363 अदक पर पहुंच गया था। मौसम और प्रदूषण का हाल बताने वाली संस्था सफर ने बताया था कि 2019 के मुकाबले इस बार दिल्ली के लोगों ने आधी मात्रा में भी आतिशबाजी की तो राजधानी में वायु प्रदूषण से हालात खराब होना तय है।
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