India News(इंडिया न्यूज) Delhi Crime News: कोयले की खदानों में चोरी और माफिया की कहानियां तो फिल्मों में देखी जाती थीं, लेकिन अब दिल्ली के कूड़े के पहाड़ों पर भी ऐसा ही खतरनाक खेल चल रहा है। गाजीपुर और भलस्वा लैंडफिल साइट पर हर महीने करोड़ों रुपये का डीजल चोरी हो रहा है। इस काले कारोबार ने अब हिंसक रूप ले लिया है। रविवार रात गाजीपुर इलाके में रोहित नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसे डीजल चोरी करने वाले गिरोह के बीच आपसी रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है।
हर महीने करोड़ों की डीजल चोरी
Delhi Crime News
सूत्रों के मुताबिक, गाजीपुर और भलस्वा लैंडफिल साइट पर हर महीने एक से डेढ़ करोड़ रुपये का डीजल चोरी हो रहा है। ट्रकों से हर दिन करीब 15 से 25 लीटर डीजल निकाला जाता है। इस काम में ट्रक चालक और नगर निगम के कर्मचारी भी शामिल होते हैं। सीसीटीवी कैमरे सिर्फ प्रवेश द्वार पर लगे होने के कारण चोरी का खेल आसानी से चल रहा है। चोरी के बाद डीजल को लैंडफिल साइट पर ही स्टोर किया जाता है और फिर इसे 40 से 50 रुपये प्रति लीटर की दर से बेच दिया जाता है। बाद में यह डीजल 70 से 75 रुपये प्रति लीटर में ट्रांसपोर्टरों को बेचा जाता है।
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गैंगवार में खून बहा, डर का माहौल
अब इस धंधे में मोटा पैसा आने के कारण गैंगवार शुरू हो गई है। रोहित की हत्या इसी का नतीजा मानी जा रही है। गिरोह के सदस्य नए ट्रक चालकों को हथियार के दम पर डराते-धमकाते हैं, जिससे वे इस खेल में शामिल हो जाते हैं। इस काले कारोबार में पुलिस की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है, क्योंकि शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है।
पुलिस की चुप्पी पर सवाल
पिछले साल 29 मई को नगर निगम और दिल्ली पुलिस के उपायुक्त को शिकायत दी गई थी, जिसमें डीजल चोरी के खेल का खुलासा किया गया था। बावजूद इसके, न तो नगर निगम ने कोई कार्रवाई की और न ही पुलिस ने गिरोह पर शिकंजा कसा। नगर निगम का कहना है कि मामले की जांच जारी है, लेकिन हकीकत में डीजल माफिया का खेल लगातार जारी है।
अब सवाल ये है कि कब तक डीजल माफिया पर शिकंजा कसेगा और कब तक गाजीपुर के कूड़े के पहाड़ों से खून बहता रहेगा?