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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
(Man Ki Baat) मन की बात के 81वें संस्करण में पीएम मोदी ने एक बार फिर राष्ट्री को संबोधित किया। मन की बात कार्यक्रम को सुबह 11 बजे आकाशवाणी और दूरदर्शन के पूरे नेटवर्क और आकाशवाणी समाचार प्रसारित किया गया। सबसे पहले पीएम मोदी ने नदियों के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि नदी हमारे लिए जीवंत इकाई है और हमारे देश में इसे मां मानने की परंपरा है। हमारे घर में बच्चे हर दिवस को याद रखते हैं लेकिन एक और दिवस ऐसा है जो हम सबको याद रखना चाहिए और ये दिवस ऐसा है जो भारत की परम्पराओं से बहुत सुसंगत है।
मोदी ने कहा कि आजकल एक विशेष ए-आॅक्शन, ई-नीलामी चल रही है। ये इलेक्ट्रॉनिक नीलामी उन उपहारों की हो रही है, जो मुझे समय-समय पर लोगों ने दिए हैं। इस नीलामी से जो पैसा आएगा, वो नमामि गंगे अभियान के लिए ही समर्पित किया जाता है। देश भर में नदियों को बचाने की यही परंपरा, यही प्रयास, यही आस्था हमारी नदियों को बचाए हुए है।
पीएम मोदी ने कहा कि कभी भी छोटी बात को छोटी चीज को, छोटी मानने की गलती नहीं करनी चाहिए। छोटे-छोटे प्रयासों से कभी कभी तो बहुत बड़े-बड़े परिवर्तन आते हैं और अगर महात्मा गांधी जी के जीवन की तरफ हम देखेंगे तो हम हर पल महसूस करेंगे कि छोटी-छोटी बातों की उनके जीवन में कितनी बड़ी अहमियत थी और छोटी-छोटी बातों को ले करके बड़े बड़े संकल्पों को कैसे उन्होंने साकार किया था।
मोदी ने कहा कि आज हम लोगों की जिंदगी का हाल ये है कि एक दिन में सैकड़ों बार कोरोना शब्द हमारे कान पर गूंजता है, 100 साल में आई सबसे बड़ी वैश्विक महामारी कोविड-19 ने हर देशवासी को बहुत कुछ सिखाया है। हेल्थकेयर और वेलनेस को लेकर आज जिज्ञासा और जागरूकता बढ़ी है।
पंडित दीनदयाल के बारे में जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा दीनदयाल जी के जीवन से हमें कभी हार न मानने की भी सीख मिलती है। विपरीत राजनीतिक और वैचारिक परिस्थितियों के बावजूद भारत के विकास के लिए स्वदेशी मॉडल के विजन से वे कभी डिगे नहीं। आज बहुत सारे युवा बने-बनाए रास्तों से अलग होकर आगे बढ़ना चाहते हैं। वे चीजों को अपनी तरह से करना चाहते हैं। दीनदयाल जी के जीवन से उन्हें काफी मदद मिल सकती है। इसलिए युवाओं से मेरा आग्रह है कि वे उनके बारे में जरूर जानें।
मोदी ने कहा कि वैक्सीनेशन में देश ने कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। इस लड़ाई में हर भारतवासी की अहम भूमिका है। हमें अपनी बारी आने पर वैक्सीन तो लगवानी ही है लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना है कि सुरक्षा चक्र न छूटे। अपने आस-पास जिसे वैक्सीन नहीं लगी है उसे भी वैक्सीन सेंटर तक ले जाना है। बता दें कि आज सुबह ही नरेंद्र मोदी 3 दिवसीय अमेरिका दौरे के बाद दिल्ली लौटे हैं।
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