सर गंगा राम अस्पताल के डॉक्टरों ने म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) पीड़ित रोगी की एक किडनी और एक फेफड़े को निकालकर जान बचाई
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
डॉ. उज्ज्वल पारख, सीनियर पल्मोनोलॉजिस्ट, पल्मोनोलॉजी डिपार्टमेंट, सर गंगा राम अस्पताल के अनुसार पिछले महीने मरीज रंजीत कुमार सिंह (45) जो गाजियाबाद के रहने वाले हैं। जो पोस्ट कोविड बीमारी म्यूकोर्मिकोसिस(ब्लैक फंगस) से पीड़ित थे अस्पताल पहुंचे। उस समय उन्हें सांस लेने में कठिनाई, थूक में खून और उच्च श्रेणी का बुखार था। जांच के बाद चिकित्सक यह देखकर चौक गए कि म्यूकोर न केवल उनके बाएं फेफड़े में बल्कि दाएं गुर्दे में भी फैल गया था। फेफड़े और किडनी का दोनों हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका था और आगे फैलने की आशंका थी। मरीज का जीवन बचाने के लिए जीवन रक्षक प्रक्रिया के रूप में म्यूकोर संक्रमित क्षेत्र को आपातकालीन हटाने की योजना बनाई गई।
डॉ. उज्ज्वल पारख ने बताया कि म्यूकोर तेजी से फैलने वाली बीमारी है और इससे अन्य अंगों को और नुकसान हो सकता है। जीवन रक्षक प्रक्रिया के रूप में, 6 घंटे तक चली जटिल सर्जरी के बाद तुरंत मरीज के बाएं फेफड़े का एक हिस्सा और पूरी दाहिनी किडनी को सफलतापूर्वक अलग कर मरीज को बचा लिया गया।
Patient suffering from fatal disease got new life
डॉ. उज्ज्वल पारख ने बताया कि आपरेशन के लिए तुरंत डॉक्टरों की दो टीमें गठित की गई, जिसमें डॉ. सब्यसाची बल (थोरैसिक सर्जन, सर गंगा राम अस्पताल) जिन्होंने संक्रमित फेफड़े को सफलतापूर्वक अलग किया और डॉ. मनु गुप्ता (सीनियर यूरोलॉजिस्ट, सर गंगा राम अस्पताल) जिन्होंने पूरी दाहिनी किडनी को आॅपरेशन द्वारा सफलतापूर्वक अलग किया। डॉ. उज्ज्वल पारख ने बताया कि सर्जरी के बाद मरीज ठीक हो गया है, और एंटीफंगल दवाई चली। करीब एक महीने बाद मरीज को छुट्टी दे दी गई है। मरीज बहुत अच्छा रिकवर कर रहा है और अब उसने अपना कार्यालय वापस ज्वाइन कर लिया है।