India News (इंडिया न्यूज़),Sri Sri Ravi Shankar: राजधानी दिल्ली के पंजाबी बाग में आयोजित भव्य सत्संग में श्रद्धालुओं ने एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षात्कार किया। इस महासत्संग में आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने पहली बार मूल सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के पवित्र अवशेषों के दर्शन कराए, जो 1000 साल बाद पुनः प्राप्त हुए हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता और पश्चिमी दिल्ली की सांसद कंवलजीत सहरावत भी शामिल हुए।
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने सत्संग में प्रवचन देते हुए बताया कि वर्ष 1026 ईस्वी में महमूद गजनवी ने सोमनाथ मंदिर पर हमला कर वहां स्थित रहस्यमयी ज्योतिर्लिंग को नष्ट कर दिया था। इस विध्वंस से आहत कुछ अग्निहोत्री ब्राह्मणों ने गुप्त रूप से इस ज्योतिर्लिंग के पवित्र अवशेषों को अपने साथ ले जाकर तमिलनाडु में सुरक्षित रखा। पीढ़ियों तक इन अवशेषों को छोटे शिवलिंगों में ढालकर पूजा जाता रहा। वर्तमान कांची शंकराचार्य ने अग्निहोत्री ब्राह्मण पंडित सीताराम शास्त्री को निर्देश दिया कि वे इन पवित्र अवशेषों को बेंगलुरु में श्री श्री रविशंकर के पास लेकर जाएं, जो इन्हें सही स्थान पर पहुंचाने में सहायता करेंगे।
Sri Sri Ravi Shankar: दिल्ली में श्री श्री रविशंकर का महासत्संग
सत्संग के दौरान श्रद्धालुओं ने भक्ति और संगीत से भरे इस आध्यात्मिक आयोजन का आनंद लिया। गुरुदेव ने बताया कि अब यह मूल सोमनाथ ज्योतिर्लिंग देशभर में विभिन्न स्थानों पर दर्शन के लिए ले जाया जाएगा और अंत में इसे गुजरात के सोमनाथ मंदिर में स्थापित किया जाएगा। दिल्ली में इस अनोखे सत्संग के पहले दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। जन्माष्टमी पार्क में हुए इस कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने दिव्य ऊर्जा का अनुभव किया और गुरुदेव के सान्निध्य में आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त किया। सत्संग 2 से 4 मार्च तक चलेगा, जिसमें हर दिन हजारों श्रद्धालु भाग लेने की उम्मीद है।
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