India News (इंडिया न्यूज), Delhi News: हैदरपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के पास मुनक में तीन किशोरों की मौत हो गई। अनुमान लगाया जा रहा है कि तीनों किशोर नहाने के लिए नहर में उतरे और तेज धारा में बह गये। बताया जाता है कि पहले एक बच्चे के डूबने की सूचना मिली थी, लेकिन सर्च ऑपरेशन के दौरान तीन किशोरों के शव बरामद किये गये।
मरने वाले तीनों किशोर भलस्वा डेयरी इलाके के रहने वाले हैं। करीब डेढ़ घंटे तक सर्च ऑपरेशन जारी रहा। बोट क्लब के गोताखोरों ने तीनों शवों को पुलिस को सौंप दिया है।
बुधवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे बोट क्लब को मुनक नहर में एक बच्चे के डूबने की सूचना मिली। करीब चार बजे टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इसी बीच प्रत्यक्षदर्शियों ने टीम को बताया कि एक नहीं बल्कि तीन दोस्त डूबे हैं और तीनों की उम्र 13 से 15 साल के बीच है।
टीम ने पांच गोताखोरों और एक मोटर बोट की मदद से तीनों किशोरों की तलाश शुरू की। डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद गोताखोरों को हैदरपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से ठीक पहले एक किशोर मिला।
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कुछ देर बाद दोनों किशोर एक-एक कर मिले। बताया जाता है कि तीनों की मौत हो चुकी थी। गोताखोरों ने तीनों शवों को पुलिस को सौंप दिया। रोहिणी जिले की केएन काटजू थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
तीनों किशोर भलस्वा डेयरी के रहने वाले हैं। इनके नाम अंकित (15), रेहान (14) और अयान (13) बताये जा रहे हैं। तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। नहर पर पहुंचे मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। हादसे की सूचना मिलने पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
गर्मी बढ़ते ही नहर में डूबने से मौत की घटनाएं बढ़ जाती हैं। बाहरी दिल्ली इलाके में इस गर्मी में यह पहली दुर्घटना है। सवाल यह उठता है कि हर साल ऐसे हादसे होने की आशंका के बावजूद संबंधित विभाग नहरों पर स्नान रोकने के प्रयास क्यों नहीं करते। लोगों का कहना है कि यदि संबंधित विभाग नहरों में नहाने पर लगे प्रतिबंध को सख्ती से लागू कर दे तो ऐसे हादसों को रोका जा सकता है।