India News (इंडिया न्यूज़), Shri Krishna’s Word To Arjuna: श्रीकृष्ण ने द्वापर युग में अर्जुन और पांडवों को कलियुग के बारे में जो भविष्यवाणियां कीं, वे आज भी धार्मिक ग्रंथों और शास्त्रों में प्रासंगिक मानी जाती हैं। श्रीकृष्ण ने कलियुग में होने वाले परिवर्तनों को विस्तार से बताया और यह भी बताया कि इस युग में स्त्री और पुरुषों के स्वभाव में क्या-क्या बदलाव आएंगे। उनके अनुसार, कलियुग में स्त्रियों और पुरुषों में कुछ खास अवगुण उभरेंगे, जो समाज के लिए एक चुनौती बनेंगे। आइए, जानते हैं उन भविष्यवाणियों के बारे में।
कलियुग में महिलाओं के अवगुण
धनवान पुरुषों की ओर आकर्षण: श्रीकृष्ण ने कहा कि कलियुग में महिलाएं धनवान पुरुषों की ओर अधिक आकर्षित होंगी। वे अपने पतियों को उनके आर्थिक स्थिति के आधार पर आंकेंगी। यदि उनके पति धनहीन होंगे, तो वे उन्हें त्याग कर धनवान पुरुषों को पसंद करेंगी। यह एक ऐसी मानसिकता है जो कलियुग में बढ़ेगी और समाज में असंतोष का कारण बनेगी।
स्त्रियों का शोषण: श्रीकृष्ण ने यह भी बताया कि कलियुग में महिलाएं दूसरी महिलाओं को कष्ट देना पसंद करेंगी। वे खुद ही स्त्रियों का शोषण करने में संकोच नहीं करेंगी। यह बात आज की सामाजिक और मानसिकता में देखने को मिल सकती है, जहां महिलाएं एक-दूसरे के खिलाफ जटिल और नकारात्मक दृष्टिकोण अपनाती हैं।
पुरुषों के अनैतिक कार्यों में सहभागिता: तीसरी बात जो श्रीकृष्ण ने कही, वह यह थी कि कलियुग में महिलाएं पुरुषों को अनैतिक कार्यों से नहीं रोकेंगी, बल्कि उनके साथ मिलकर उन कार्यों में भाग लेंगी। यह स्थिति समाज में नैतिकता के पतन और मूल्यों की कमी को दर्शाती है, जहां स्त्रियां और पुरुष दोनों मिलकर बुरे कार्यों में शामिल होंगे।
Shri Krishna’s Word To Arjuna: श्रीकृष्ण ने कलियुग में होने वाले परिवर्तनों को विस्तार से बताया।
कलियुग में पुरुषों के अवगुण
धन और भूमि के लिए रिश्तेदारों की हत्या: श्रीकृष्ण ने कहा कि कलियुग में पुरुष अपने स्वार्थ के लिए रिश्तेदारों की हत्या तक करेंगे। भूमि के छोटे-छोटे टुकड़ों और धन के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। यह मानसिकता समाज के लिए एक गहरी चिंता का कारण बनेगी, जहां परिवार और रिश्तों की अहमियत कम हो जाएगी।
महिलाओं का अपमान और हीन भावना: पुरुषों का स्वभाव इस प्रकार का होगा कि वे महिलाओं को हीन समझेंगे और उनका मजाक उड़ाएंगे। यह उनकी मानसिकता का हिस्सा बन जाएगा, जिसमें वे महिलाओं को सिर्फ एक वस्तु के रूप में देखेंगे और उनका सम्मान नहीं करेंगे। इस रवैये से महिलाओं का शोषण और समाज में असमानता बढ़ेगी।
महिलाओं की सुंदरता को महत्व देना: श्रीकृष्ण ने यह भी कहा कि कलियुग में पुरुष महिलाओं के गुणों की बजाय केवल उनकी सुंदरता को महत्व देंगे। वे महिलाओं के आंतरिक गुणों और उनके व्यक्तित्व को नहीं, बल्कि उनकी बाहरी सुंदरता को प्रमुख मानेंगे। यह सोच समाज में superficiality (आधारहीनता) को बढ़ावा देगी, जिससे मानसिक और भावनात्मक संबंध कमजोर होंगे।
श्रीकृष्ण द्वारा दी गई ये भविष्यवाणियाँ कलियुग के सामाजिक, मानसिक और नैतिक पतन को स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं। यह हमें यह समझने का अवसर देती हैं कि समाज में मूल्य और नैतिकता की रक्षा कितनी महत्वपूर्ण है। जब हम इन भविष्यवाणियों पर विचार करते हैं, तो यह भी समझ में आता है कि हमें अपनी सोच और व्यवहार में सुधार करने की आवश्यकता है ताकि हम एक अच्छे और संतुलित समाज की स्थापना कर सकें।
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