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India News (इंडिया न्यूज), Neem Karoli baba Teachings: नीम करोली बाबा, जिन्हें उनके भक्त हनुमान जी का अवतार मानते हैं, 20वीं सदी के सबसे महान संतों और आध्यात्मिक गुरुओं में से एक थे। उनके आशीर्वाद और शिक्षाओं ने लाखों लोगों को जीवन का सही मार्ग दिखाया। उनकी शिक्षाओं का मूल संदेश ईश्वर का नाम जपना, सच्चे मन से सेवा करना और दूसरों के साथ दया और प्रेम का व्यवहार करना है।
बाबा के भक्तों का मानना है कि उन्होंने ईश्वर के सानिध्य में रहते हुए लोगों को आध्यात्म और मानवता का सही अर्थ सिखाया। बाबा का सबसे प्रसिद्ध आश्रम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम है, जो आज भी लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है।
नीम करोली बाबा का जीवन सादगी और विनम्रता की प्रतिमूर्ति था। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के अकबरपुर गांव में हुआ था। ग्रामीण पृष्ठभूमि से होने के बावजूद उन्होंने आध्यात्मिक उन्नति की ऊंचाइयों को छुआ। बाबा ने सांसारिक जीवन त्यागकर साधु का जीवन अपनाया और प्रेम, सेवा और भक्ति का संदेश फैलाने के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों की यात्रा की।
उनकी जीवनशैली बेहद सरल थी। वे अक्सर धोती-कुर्ता पहनते थे और जमीन पर बैठकर अपने भक्तों से बात करते थे। उनके जीवन का हर पहलू ग्रामीण भारतीय परंपराओं और आध्यात्मिक मूल्यों से गहराई से जुड़ा हुआ था। उनकी सादगी और करुणा उनके अनुयायियों के लिए गहरी प्रेरणा का स्रोत बन गई।
नीम करोली बाबा ने कभी नहीं कहा कि पैसा बुरा है। बल्कि उन्होंने धन कमाने और उसका सही तरीके से इस्तेमाल करने को प्रोत्साहित किया। बाबा का मानना था कि अच्छे दिन आने से पहले व्यक्ति को 5 खास संकेत मिलते हैं। इन संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये जीवन में सकारात्मक बदलाव का संकेत देते हैं।
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, पूर्वज और पूर्वज स्वर्ग में रहते हुए भी धरती पर अपनी संतानों को आशीर्वाद देते हैं। बाबा के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति अपने सपने में पूर्वजों या पूर्वजों को देखता है, तो यह उसके अच्छे दिनों के आने का संकेत है। ऐसे लोगों को भाग्यशाली माना जाता है, क्योंकि यह दर्शाता है कि पूर्वजों की कृपा से जीवन में नई संभावनाएं और खुशियाँ आने वाली हैं।
नीम करोली बाबा को पशु-पक्षियों से बहुत प्यार था। उनका मानना था कि अगर कोई सपने में पक्षियों को देखता है, तो यह एक शुभ संकेत है। खासकर गौरैया या पक्षी को देखना बहुत शुभ माना जाता है। अगर ये पक्षी घर के दरवाजे या मुंडेर पर दिखाई देते हैं, तो यह आने वाली सुख-समृद्धि का संकेत है।
बाबा के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति को सपने में संतों के दर्शन होते हैं, तो यह दर्शाता है कि उसका सोया हुआ भाग्य जागने वाला है। यह सपना व्यक्ति की आध्यात्मिक ऊर्जा के जागने का प्रतीक है और यह संकेत है कि जीवन में सकारात्मक बदलाव होने वाले हैं।
नीम करोली बाबा अंतरात्मा की आवाज को ईश्वर की प्रत्यक्ष अभिव्यक्ति मानते थे। वे कहते थे कि जब कोई व्यक्ति किसी उलझन या दुविधा में होता है और उसे समस्या से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं दिखता, तो ईश्वर उसकी मदद करने के लिए उसके मन में प्रवेश करते हैं। यह मदद अंतरात्मा की आवाज के रूप में आती है, जो सही दिशा और समाधान की ओर इशारा करती है।
बाबा कहते थे कि जब कोई व्यक्ति अचानक भावुक हो जाता है और मंदिर या पूजा के दौरान आंसू बहाने लगता है, तो यह संकेत है कि उसका मन शुद्ध हो रहा है। यह ईश्वर से गहरे जुड़ाव को दर्शाता है। बाबा का मानना था कि यह ईश्वर का आह्वान है और जल्द ही व्यक्ति को उनका आशीर्वाद प्राप्त होगा।
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