Hindi News / Dharam / Arjun To Surya Everyone Received Teachings Of Gitathese Sages Imparted Knowledge To Common Man

अर्जुन से लेकर सूर्य तक सबको हांसिल हुआ था जो गीता उपदेश, इन ऋषियों ने आम इंसान को ऐसे दीया ये ज्ञान!

Gita Updesh: महाभारत में भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की युद्ध भूमि पर अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था।

BY: Preeti Pandey • UPDATED :
Advertisement · Scroll to continue
Advertisement · Scroll to continue

India News (इंडिया न्यूज), Gita Updesh: महाभारत में भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की युद्ध भूमि पर अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। लेकिन इसके अलावा भी कई लोगों ने गीता को कई बार बोला और सुना है। वैसे तो सभी जानते हैं कि श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की भूमि पर अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। कुरुक्षेत्र की युद्ध भूमि ही वह स्थान है जहां से गीता की उत्पत्ति हुई। कहा जाता है कि गीता का जन्म कलयुग के आरंभ से 30 वर्ष पूर्व हुआ था। इसीलिए मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की एकादशी को गीता जयंती मनाई जाती है।

सूर्य देव को भी दिया था उपदेश

जब भगवान कृष्ण अर्जुन को गीता का उपदेश दे रहे थे, तो उन्होंने यह भी कहा कि वे इसका उपदेश पहले ही सूर्य देव को दे चुके हैं। तब अर्जुन ने आश्चर्य से कहा कि सूर्य देव तो प्राचीन देवता हैं, आप उन्हें सबसे पहले इसका उपदेश कैसे दे सकते हैं। तब भगवान कृष्ण ने अर्जुन से कहा कि तुम्हारे और मेरे पहले भी कई जन्म हो चुके हैं। तुम उन जन्मों के बारे में नहीं जानते, लेकिन मैं जानता हूँ। इस तरह गीता का ज्ञान सबसे पहले अर्जुन को नहीं बल्कि सूर्य देव को मिला था।

शनि अमावस्या से ठीक 9 दिन पहले घटने वाला हैं इन 3 राशियों के साथ कुछ ऐसा कि…गुरु करेंगे गोचर जिससे धरती पर ही दिखेगा नर्क

Gita Updesh: अर्जुन से लेकर सूर्य तक सबको हांसिल हुआ था जो गीता उपदेश

संजय धृतराष्ट्र से

जब भगवान कृष्ण कुरुक्षेत्र के युद्ध के मैदान में अर्जुन को गीता का उपदेश दे रहे थे, तब संजय (धृतराष्ट्र के सारथी, जिन्हें महर्षि वेद व्यास ने दिव्य दृष्टि प्रदान की थी) अपनी दिव्य दृष्टि से वह सब देख रहे थे और उन्होंने धृतराष्ट्र को गीता का उपदेश दिया।

महर्षि वेद व्यास भगवान श्री गणेश से

जब महर्षि वेद व्यास ने अपने मन में महाभारत की रचना की, तो बाद में उन्होंने सोचा कि मैं इसे अपने शिष्यों को कैसे पढ़ाऊं? महर्षि वेद व्यास के विचारों को जानकर स्वयं ब्रह्मा उनके पास आए। महर्षि वेद व्यास ने उन्हें महाभारत ग्रंथ की रचना के बारे में बताया और कहा कि इस धरती पर ऐसा कोई नहीं है जो इसे लिख सके। तब ब्रह्मदेव ने कहा कि आपको इस कार्य के लिए श्री गणेश का आह्वान करना चाहिए। महर्षि वेद व्यास के अनुरोध पर श्री गणेश ने स्वयं महाभारत ग्रंथ लिखा। महर्षि वेद व्यास बोलते रहे और श्री गणेश लिखते रहे। इस समय महर्षि वेद व्यास ने श्री गणेश को गीता का उपदेश दिया।

आचनक निकल आते हैं लाखों नागा साधू फिर हो जाते हैं अदृश्य, कुंभ का रहस्य जान हो जाएंगे हैरान

महर्षि वेद व्यास ने वैशम्पायन और अन्य शिष्यों को

जब भगवान श्री गणेश ने महाभारत ग्रंथ लिखा था। उसके बाद महर्षि वेद व्यास ने अपने शिष्यों वैशम्पायन, जैमिनी, पैल आदि को महाभारत के गूढ़ रहस्यों को समझाया। इसके अंतर्गत महर्षि वेद व्यास ने अपने शिष्यों को गीता का ज्ञान भी दिया।

वैशम्पायन ने राजा जनमेजय और सभा के सदस्यों को

पांडवों के वंशज राजा जनमेजय ने अपने पिता परीक्षित की मृत्यु का बदला लेने के लिए सर्प यज्ञ किया था। इस यज्ञ के पूर्ण होने के बाद महर्षि वेद व्यास अपने शिष्यों के साथ राजा जनमेजय के दरबार में गए। वहां राजा जनमेजय ने महर्षि वेद व्यास से अपने पूर्वजों (पांडवों और कौरवों) के बारे में पूछा। तब महर्षि वेदव्यास के अनुरोध पर उनके शिष्य वैशम्पायन ने राजा जन्मेजय के दरबार में संपूर्ण महाभारत सुनाई। इस दौरान उन्होंने वहां उपस्थित लोगों को गीता का उपदेश भी दिया।

ऋषि उग्रश्रवा ने शौनक को

लोमहर्षण के पुत्र उग्रश्रवा सूत वंश के श्रेष्ठ पुराणिक थे। एक बार जब वे नैमिषारण्य पहुंचे तो वहां कुलगुरु शौनक 12 वर्ष का सत्संग कर रहे थे। जब नैमिषारण्य के ऋषियों और शौनकजी ने उन्हें देखा तो उनसे कथा सुनाने का अनुरोध किया। तब उग्रश्रवा ने कहा कि मैंने राजा जन्मेजय के दरबार में ऋषि वैशम्पायन के मुख से महाभारत की एक विचित्र कथा सुनी है, वही मैं आप लोगों को सुना रहा हूं। इस प्रकार ऋषि उग्रश्रवा ने शौनकजी के साथ-साथ नैमिषारण्य में उपस्थित तपस्वियों को भी महाभारत की कथा सुनाई। इस दौरान उन्होंने गीता का उपदेश भी दिया।

Today Horoscope: इस 1 राशि की किस्मत में लिखा है आज बड़ा बदलाव, तो इन 3 जातकों को मिलेगा उनका बिछड़ा प्यार, जानें आज का राशिफल

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Tags:

Gita GyanGita UpdeshGod Surya

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

Advertisement · Scroll to continue

लेटेस्ट खबरें

Advertisement · Scroll to continue