संबंधित खबरें
Today Horoscope: इस 1 राशि का आज चमकेगा भाग्य, वही इन 3 जातकों के रस्ते आएंगी रुकावटें, जानें आज का राशिफल!
क्यों दुर्योधन की जांघ तोड़कर ही भीम ने उतारा था उसे मौत के घाट, पैर में छिपा था ऐसा कौन-सा जीवन का राज?
जो लोग छिपा लेते हैं दूसरों से ये 7 राज…माँ लक्ष्मी का रहता है उस घर में सदैव वास, खुशियों से भरी रहती है झोली
इन 4 राशियों की लड़कियों का प्यार पाना होता है जंग जीतने जैसा, स्वर्ग सा बना देती हैं जीवन
देवो के देव महादेव के माता-पिता है कौन? शिव परिवार में क्यों नहीं दिया जाता पूजा स्थान
नए साल पर गलती से भी न करें ये काम, अगर कर दिया ऐसा तो मां लक्ष्मी देंगी ऐसी सजा जो सोच भी नहीं पाएंगे आप
India News (इंडिया न्यूज़), Basant Panchami 2024, दिल्ली: मां सरस्वती विद्या की देवी है। कहा जाता है की मां सरस्वती की आराधना करने से विद्या की बारिश होती है। पंचांग के अनुसार हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष के पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है। मान्यता के अनुसार बसंत पंचमी पर मां सरस्वती का जन्म हुआ था और इस साल 14 फरवरी को बुधवार के दिन बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाएगा।
इस दिन मंदिरों के अलावा विद्यालयों और अन्य शिक्षण संस्थानों में सरस्वती माता की पूजा की जाती है। आज की इस रिपोर्ट में आज हम आपको सरस्वती मां की पूजा की सही विधि बताएंगे। Vasant Panchami 2024
मां सरस्वती की पूजा में पीले रंग का बहुत महत्व माना जाता है। इस दिन शुभ रंग पीला ही होता है। सरस्वती मां पर पीले रंग के फूल अर्पित किए जाते हैं। इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनना साज सज्जा करना भी शुभ माना जाता है। आप बसंत पंचमी के दिन सुबह उठकर स्नान कर अपने आप को साफ सुथरा करें और पीले या सफेद रंग के वस्त्र को धारण करें। इसके बाद चौकी पर पीले रंग के वस्त्र को बेछाकर मां सरस्वती की प्रतिमा की सजावट करें। मां के समक्ष अक्षत, आम के फूल और पीले रंग की रोली वे चंदन आदि अर्पित करें अथवा पूजा सामग्री का इस्तेमाल करें।
ये भी पढ़े:
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.