संबंधित खबरें
दुश्मनी के बावजूद भी क्यों पांडवों ने कर्ण के बेटे को सौंप दिया था इन्द्रप्रस्थ का राजपाठ? कौन था कर्ण का वो एक बेटा जो रह गया था जीवित?
कलियुग की स्त्रियों को लेकर श्रीकृष्ण की अर्जुन से कही ये 3 बातें आज हो रही है पत्थर की लकीर की तरह सच, जानें सबकुछ
पर्स में ये एक चीज रखते ही खींची आती है मां लक्ष्मी…पैसों के साथ-साथ जीवन में भी भर देती है सुख-समृद्धि
2025 में राहु-केतु करेंगे इन 3 राशियों का बंटा धार, राजा से फ़कीर बनाने में नहीं छोड़ेंगे कोई कसर, जानें नाम
शिव की नगरी काशी से कभी नहीं लानी चाहिए ये 2 चीजें घर, पाप नहीं महापाप बन जाएगी आपकी ये भूल?
पूरे 9 साल के बाद इन 5 राशियों पर शांत हुआ मां काली का गुस्सा, अब जिंदगी में दिखेंगे दो बड़े बदलाव
India News (इंडिया न्यूज़) Bhog Lagana: धार्मिक और संस्कृतिक परंपराओं में, भगवान को भोग लगाना एक प्रमुख पूजा विधि हो सकती है। हालांकि, कुछ गलतियाँ जो भोग लगाते समय की जाती हैं, सनातन धर्म के अनुसार भोग के बिना कोई भी पूजा पूरी नहीं मानी जाती। जिस वस्तु को भगवान को भोग के रूप में अर्पित किया जाता है उसे ही प्रसाद के तौर पर ग्रहण किया जाता है। कई बार हम भोग लगाते समय कुछ गलतियां कर बैठते हैं जो हम पर भारी पड़ सकती हैं।
कुछ धार्मिक परंपराओं में निर्धारित समय होता है जब भोग लगाना उचित माना जाता है। उस समय से पहले या उसके बाद भोग लगाना, गलत माना जाता है। इसलिए, स्थानीय परंपराओं और आपकी धार्मिक समुदाय के अनुसार सही समय पर भोग लगाएं।
भगवान के लिए भोग लगाते समय, सात्विक आहार का उपयोग करना उचित माना जाता है। यह आहार मसालेदार, तीखा और तामसिक आहार से भिन्न होता है। शाकाहारी, फल, प्रसाद और नमक एवं मसाला से बचकर भोग लगाएं।
भोग को सबसे पहले देवी-देवताओं के सामने रखा जाता है। इसलिए, यदि आपके पास पूजा स्थल नहीं है, तो सबसे पहले इसे उचित स्थान पर रखें, फिर भगवान को भोग लगाएं।
सबसे पहले भोग बनाने के स्थान की साफ सफाई करनी चाहिएं। उसके बाद खुद स्नान करके साफ कपड़े पहनने चाहिंए। हमेंशा साफ कपड़े पहन कर भगवान को भोग बनाना चाहिए। जिस्से भगवान जल्दी प्रसन्न हो जाएंगे।
भगवान के हमेशा दाई तरफ भोग की थाली रखनी चाहिए। भोग की थाली के साथ-साथ जल अवश्य रखना चाहिए। भगवान की थाली अच्छे से साफ, धुली होनी चाहिए अन्य बर्तनों से अलग होनी चाहिए।
भोग लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि थाली रखने का स्थान साफ होना चाहिए। थाली रखने से पहले शुद्ध जल का छिड़काव करना चाहिए । भोग लगाने के बाद उस भोजन को खुद खाएं और अपने परिवार के सात -सात ज्यादा से ज्यादा लोगो को भी खिलाएं।
ये भी पढ़ें- Sawan 2023: इस दिन से शुरु हो रहा है सावन का महीना, जानें इस माह सोमवार के दिन व्रत रखने का महत्व
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.