Chhoti Diwali 2025, Narak Chaturdashi
चतुर्दशी तिथि की शुरुआत: 19 अक्टूबर, दोपहर 1:51 बजे
चतुर्दशी तिथि का समापन: 20 अक्टूबर, दोपहर 3:44 बजे
काली चौदस पूजा मुहूर्त: 19 अक्टूबर रात 11:41 बजे से 20 अक्टूबर रात 12:31 बजे तक
यम दीपक का मुहूर्त: शाम 5:50 बजे से 7:02 बजे तक
इस अवधि में दीपदान और पूजन को अत्यंत शुभ माना जाता है. विशेष रूप से यम दीपक जलाने से अकाल मृत्यु के भय को दूर करने और परिवार की दीर्घायु के लिए प्रार्थना की जाती है.
भगवान श्रीकृष्ण जानते थे कि उनकी पत्नी सत्यभामा स्वयं भूदेवी का अवतार हैं. उन्होंने सत्यभामा से साथ चलने का आग्रह किया और दोनों नरकासुर की राजधानी पहुंचे। वहां भयंकर युद्ध हुआ. युद्ध के दौरान नरकासुर ने अपने शक्तिशाली तीर से श्रीकृष्ण को घायल कर दिया.अपने पति को घायल देखकर सत्यभामा का क्रोध भड़क उठा. उन्होंने अपना धनुष उठाया और एक शक्तिशाली बाण चलाया जो सीधे नरकासुर के हृदय में लगा। उसी क्षण उसका अंत हो गया. यह युद्ध कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को हुआ था. नरकासुर के अंत के साथ ही देवताओं में हर्ष की लहर दौड़ पड़ी. लोगों ने दीप जलाकर, मिठाइयां बांटकर और उत्सव मना कर इस दिन को यादगार बना दिया। तब से यह दिन नरक चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है.
Jayalalithaa Death Mystery: अपने जमाने की सिनमा स्टार और तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता…
Ayushman Card Yojana: आयुष्मान भारत योजना के तहत केंद्र सरकार हर साल लोगों को 5…
What Does POCCNR Mean: रूस के राष्ट्रपति पुतिन 4 दिसंबर की शाम को भारत पहुंचे.…
Dhurandhar Facing Content Delivery Issues: अदित्य धर की फिल्म 'धुरंधर' को कंटेंट डिलीवरी में काफी…
Dhurandhar Controversy: आदित्य धर की फिल्म 'धुरंधर' 5 दिसंबर शुक्रवार को बड़े पर्दे पर रिलीज…
Cold Wave Alert: उत्तर भारत के लोगों को ठंड से जरा भी राहत नहीं मिलती…