संबंधित खबरें
क्यों दुर्योधन की जांघ तोड़कर ही भीम ने उतारा था उसे मौत के घाट, पैर में छिपा था ऐसा कौन-सा जीवन का राज?
जो लोग छिपा लेते हैं दूसरों से ये 7 राज…माँ लक्ष्मी का रहता है उस घर में सदैव वास, खुशियों से भरी रहती है झोली
इन 4 राशियों की लड़कियों का प्यार पाना होता है जंग जीतने जैसा, स्वर्ग सा बना देती हैं जीवन
देवो के देव महादेव के माता-पिता है कौन? शिव परिवार में क्यों नहीं दिया जाता पूजा स्थान
नए साल पर गलती से भी न करें ये काम, अगर कर दिया ऐसा तो मां लक्ष्मी देंगी ऐसी सजा जो सोच भी नहीं पाएंगे आप
दान में जो दे दिए इतने मुट्ठी चावल तो दुनिया की कोई ताकत नहीं जो रोक दे आपके अच्छे दिन, जानें सही तरीका और नियम?
India News(इंडिया न्यूज), Delhi Laxmi Narayan Mandir: वैसे तो दिल्ली में कई पुराने और प्रसिद्ध मंदिर हैं, लेकिन अगर लक्ष्मी नारायण के मंदिर की बात करें तो सबसे ज्यादा लोग छतरपुर के मंदिर में दर्शन करने जाते हैं। यह मंदिर सालों पुराना है। मंदिर की बनावट बेहद खास है। साथ ही इसका इतिहास भी। इस मंदिर में मौजूद मूर्ति दिल्ली या किसी दूसरे राज्य में नहीं बल्कि पाकिस्तान में तैयार की गई थी। आइए जानते हैं इस मंदिर के बारे में।
दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर में एक खूबसूरत और भव्य लक्ष्मी नारायण मंदिर स्थित है, जहां आरती का आनंद लेने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। इस मंदिर के ट्रस्टी नरेंद्र चित्रा ने लोकल 18 टीम को बताया कि इस मंदिर की नींव 8 नवंबर 1955 को रखी गई थी। उन्होंने आगे बताया कि इस मंदिर का निर्माण स्थानीय लोगों ने मिलकर किया था। इस मंदिर की खासियत यह है कि इसका ऊपरी हिस्सा बिरला मंदिर की शैली में बना है और निचला हिस्सा दक्षिण दिल्ली के मंदिरों की तरह डिजाइन किया गया है। Delhi Laxmi Narayan Mandir
इस वजह से माता लक्ष्मी ने दिया था भगवान विष्णु को श्राप, स्वर्ग लोक में मचा हाहाकार
ट्रस्टी ने बताया कि भगवान लक्ष्मी नारायण की मूर्ति बाकी सभी मूर्तियों से बेहद अलग और पुरानी है। यह मूर्ति पाकिस्तान के कराची के खुद्दी नामक गांव से लाई गई थी। वहां के महंत ने भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय इसे भारत लाकर इस मंदिर में स्थापित किया था। यही कारण है कि यह मूर्ति बेहद अनोखी लगती है। भगवान की बाकी मूर्तियां जयपुर, राजस्थान के कलाकारों ने बनाई हैं।
Hanuman: घर में इस स्थान पर न लगाए हनुमान जी की तस्वीर, सही और गलत दिशा का पड़ता है जीवन पर प्रभाव
यह मंदिर सुबह 5:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक खुला रहता है। इसके बाद शाम 4:00 बजे से रात 9:30 बजे तक दर्शन के लिए खुला रहता है। यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन मालवीय नगर है।
विदेश अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में आया भूचाल, Kamala Harris की इस हस्ती ने कर दिया विरोध
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.