संबंधित खबरें
महाकुंभ में किन्नर करते हैं ये काम…चलती हैं तलवारें, नागा साधुओं के सामने कैसे होती है 'पेशवाई'?
सोमवती अमावस्या के दिन भुलकर भी न करें ये काम, वरना मुड़कर भी नही देखेंगे पूर्वज आपका द्वार!
80 वर्षों तक नही होगी प्रेमानंद जी महाराज की मृत्यु, जानें किसने की थी भविष्यवाणी?
घर के मंदिर में रख दी जो ये 2 मूर्तियां, कभी धन की कमी छू भी नही पाएगी, झट से दूर हो जाएगी कंगाली!
इन 3 राशियों के पुरुष बनते हैं सबसे बुरे पति, नरक से बदतर बना देते हैं जीवन, छोड़ कर चली जाती है पत्नी!
अंतिम संस्कार के समय क्यों मारा जाता है सिर पर तीन बार डंडा? जानकर कांप जाएगी रूह
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
Diwali 2021 : भारत और चीन की सीमाओं पर तनातनी के माहौल का असर दिवाली पर पड़ना लाजिमी था। कोरोना के दौरान चीन से भारत आयात भी काफी कम हो गया है।
इसका बड़ा प्रभाव चाइना मार्केट और उसकी अर्थव्यवस्था पर पड़ा है।त्योहारी सीजन में हमेशा चाइनीज प्रोडक्ट के बड़े बाजार रहे भारत में इस स्थिित पूरी तरह से उलट नजर आ रही है।
दिल्ली बाजारों में चाइना का माल नाममात्र को नजर आ रहा है और लोग चाइनीज माल की जगह स्वदेसी माल खरीद पर ज्यादा भरोसा जता रहे हैं, जैसा की पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने भी स्वदेसी को अपनाने पर जोर दिया था।
इस बीच देखा जाए तो कोरोना का बुरा दंश झेल चुके भारतीय लोग दिवाली की शॉपिंग स्वदेशी सामान से करना पसंद कर रहे हैं। इस बार हर कोई स्वेदशी माल की खरीद पर ज्यादा भरोसा जताते हुए उसको अपना रहा है। पीएम मोदी के संबोधन के बाद इस पर लोगों ने ओर अमल कयिा है।
इस बार लोग अपने घरों की सजावट के सामान से लेकर दूसरी चीजों में स्वेदशी को तरजीह दे रहे हैं। इस सभी को भांपते हुए मार्केट में दुकानदार भी चाइनीज माल को पहले ही ना करते हुए स्वदेसी को मंगा चुके हैं। इसकी डिमांड भी खूब हो रही है। इसकी वजह से दिवाली पर चाइनीज वस्तुओं का बाजार पूरी तरह से ठंडा पड़ चुका है।
माना जाता है क पूरे साल की खरीदारी एक तरफ और दविाली की खरीदारी एक तरफ होती है। ऐसे में चीन के माल की डमिांड नहीं होना उसकी अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान पहुंचाने वाला है। भारत चीन के लएि बहुत बड़ी मार्केट है।
इसके बाद लोगों ने चाइनीज झालरों और पटाखों से रुख मोड़ लिया है। लोग दिवाली पर देसी झालरें लगाने के साथ ही क्रोकरी, गिफ्ट्स व सजावट का सामान भी देसी ही प्रयोग करेंगे। ग्राहकों की मंशा देखते हुए मार्केट में व्यापारियों ने भी देसी सामान मंगाया है।
व्यापारी संगठनों की मानें तो प्रमुख रिटेल सेक्टर जैसे एफएमसीजी सामान, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, खिलौने, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज और सामान, किचन के सामान और एक्सेसरीज, गिफ्ट आइटम, पर्सनल कंज्यूमेबल्स, कन्फेक्शनरी आइटम, होम फर्निशिंग, टेपेस्ट्री, बर्तन, बिल्डर्स हार्डवेयर, फुटवियर, घड़ियां, फर्नीचर और फिक्सचर,वस्त्र, फैशन परिधान, कपड़ा, घर की सजावट के सामान, मिट्टी के दीयों सहित दिवाली पूजा के सामान, देवता, दीवार पर लटकने वाले, हस्तशिल्प के सामान, वस्त्र, शुभ-लाभ,ओम जैसे सौभाग्य के प्रतीक, गृह सज्जा के लिए देवी लक्ष्मी और अन्य देवी देवताओं के बनाए गए सामान, सजावटी वस्तुएं आदि प्रमुख क्षेत्र हैं, जहां चीनी सामानों के स्थान पर व्यापारियों ने उपभोक्ताओं की मांगों के अनुरूप भारतीय सामान को पर्याप्त मात्रा में स्टॉक कर लिया है।
कपड़ों के बाद कुछ ज्वैलरी की बात करें तो इसकी खरीदारी के लएि आप दरयिागंज की मार्केट जा सकते हैं। यह मार्केट ज्वैलरी खरीदने के लहिाज से बेस्ट मार्केट मानी जाती है। यहां आपको चंक ज्वेलरी मिल जाएगी, जो आपके लुक को और नखिार देगी।
सदर बाजार और चांदनी चौक भी ज्वैलरी हब है। यहां आकर्षक दामों पर आप ज्वैलरी खरीद सकते हैं। इसके अलावा यहां कपड़े और बाकी सामान भी काफी सस्ता मिल जाता है।
Read Also :Benefits Of Wild Fruits ये हैं 5 जंगली फल जिनको खाया तो दूर होंगी कई बीमारी
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.