संबंधित खबरें
5 रानियां होने के बाद भी क्यों रावण सोता था हर रात अकेला? खुद हनुमान जी ने देखा था दशानन का ऐसा हाल!
धरती पर इस जगह से शुरू होगी प्रलय, धीरे-धीरे तबाह हो जाएगी दुनिया, एक नए बाबा ने की भयानक भविष्यवाणी
अघोरी के सामने जब बोल पड़ता हैं मुर्दा, कैसी होती है वो भयानक तंत्र सिद्धि जिसके आगे नहीं टिक…?
Ramayan में गुमनाम रहीं ये 3 बहनें…इतनी पावरफुल कि हैरान कर देंगे किस्से
भारत का वो इकलौता राजा जो करता था हर 5 साल में अपनी संपत्ति दान, ऐसा क्या था प्रयागराज के कुंभ में उसके लिए खास?
भगवान शिव के सबसे बड़े भक्त फिर क्यों किया 21 बार धरती से क्षत्रियों को विहीन? क्या कहती है पौराणिक कथा
India News (इंडिया न्यूज), Ganga Saptami:गंगा सप्तमी 14 मई, 2024 को है और यह पूज्य मोक्षदायिनी गंगा जी को समर्पित दिन है। यह दिन उस क्षण की याद दिलाता है जब वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मां गंगा भगवान शिव की जटाओं से एकाकार हुईं, जिसे गंगा जयंती के नाम से भी जाना जाता है। इस विशेष दिन पर गंगा में स्नान करने से सभी दुखों, परेशानियों और बीमारियों का अंत हो जाता है। साथ ही इस साल गंगा सप्तमी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग जैसे शुभ योग बन रहे हैं। शास्त्रों के अनुसार, गंगा सप्तमी पर विशेष वस्तुओं का दान करने से सोने के समान चमकीला भाग्य प्राप्त हो सकता है।
ज्योतिष के सिद्धांतों के अनुसार, गंगा सप्तमी पर गंगा पूजा करने से आकाशीय पिंडों के नकारात्मक प्रभाव कम हो जाते हैं। गंगा पूजा को मुक्तिदायक और अत्यधिक लाभकारी माना जाता है और माना जाता है कि इस दिन दान करने से व्यक्ति को कई जन्मों का पुण्य प्राप्त होता है।
Chardham Yatra: आज भक्तों के लिए खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़-Indianews
10 सेर गेहूं – मान्यता है कि गंगा सप्तमी के अhवसर पर ब्राह्मणों को गंगा जल से स्नान कराने के बाद दस सेर गेहूं दान में देना चाहिए। माना जाता है कि इसके फलस्वरूप व्यक्तियों को यश, सम्मान और समृद्धि प्राप्त होती है।
जल दान महत्व – गंगा सप्तमी से जल दान का महत्व जुड़ा हुआ है। इस दिन जल दान करने वालों को पिछले जन्मों के पापों से मुक्ति मिल जाती है। प्रगति में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव समाप्त हो जाते हैं।
सुहाग सामग्री – गंगा सप्तमी के दिन विवाहित महिलाओं को सुहाग से जुड़ी वस्तुएं जैसे बिंदी, कुमकुम, मेहंदी, बिछिया, चूड़ियां, कपड़े आदि दान करने की सलाह दी जाती है। कहा जाता है कि इससे अखंड वैवाहिक आनंद मिलता है और देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है। माना जाता है कि पति की आयु भी बढ़ती है।
सत्तू – सत्तू का संबंध गंगा सप्तमी से है, जो वैशाख महीने में आती है जब गर्मी बहुत अधिक होती है। इसलिए इस शुभ दिन पर जरूरतमंद लोगों को सत्तू का दान करने की सलाह दी जाती है। किसी के जीवन में सत्तू का दान और उपयोग व्यक्ति की कुंडली को सूर्य की स्थिति के अनुरूप बनाता है।
फल – गंगा सप्तमी के अवसर पर लोगों को रास्ते में चल रहे लोगों को तरबूज, खरबूजा और आम जैसे मौसमी फलों का दान करना चाहिए। यह अभ्यास व्यक्ति को खोई हुई संपत्ति, प्रतिष्ठा और खुशी वापस दिलाती है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.